वनांचल स्वर: जंगलो से हमे सब्जी भाजी, शुद्ध हवा मिलती है, हमे जंगलो की रक्षा करनी चाहिए...
ग्राम-घोड़ागाँव, जिला-उत्तर बस्तर कांकेर (छत्तीसगढ़) से अमर मरावी के साथ मंगल पोटाई, सनद नुरुटी और लालासु नुरुटी जंगलो के बारे में गोंडी में बता रहे है कि हम जंगल के बिना नही रह सकते क्योंकि हम लोग जंगल से जुड़े हुये हैं जंगलो से हमे बहुत कुछ सब्जी भाजी मिलती है तो हम सब को मिलकर जंगल को बचाना चाहिए और हमें इसे आगे आने वाली पीढ़ी के लिए बचाना होगा यदि जंगल उजड़ जायेगा तो हम नही रह सकेंगे।जंगल नही रहने से हमारा बहुत नुकसान होगा | जंगल होने से हमे बहुत फायदा होता जंगल से हमे बांस लकड़ी सब कुछ मिल जाता हैं जंगल रहने से हमे शुद्ध हवा मिलता है यदि जंगल नही होता तो हमे ये सभी चीजे मिल पाना संभव नहीं होता|
Posted on: Sep 17, 2018. Tags: AMAR MARAVI CG FOREST GONDI KANKER
वनांचल स्वर: पहले आदिवासी जंगल से सब्जी लाते थे, अब बाज़ार से लाते हैं और बीमार पड़ते हैं...
ग्राम-पाडेनगा, तहसील-पखांजूर, जिला-कांकेर (छत्तीसगढ़) से नागेबाई गोंडी भाषा में बता रही हैं,पहले बस्तर के आदिवासी जंगलो से सब्जी ढूढ कर खाते थे|अभी के आदिवासी हर घर में सब्जी ख़त्म होने से सब्जी के लिए बाजारों में जा कर केमिकल सब्जी ख़रीद कर खा रहे हैं इसलिए अभी के लोगों को जल्दी बीमार पकड़ता हैं,और ज्यादा उम्र तक भी नहीं रह पाते. जंगलो में पाए जाने वाले सब्जिया: बांस की बस्ता,चरोटा बाजी,कोल्यारी बाजी, पहले के आदिवासी ये सब खा के अच्छे रहते थे, लेकिन अब सभी लोगों की खान पान में बदलाव आ गया है.बाजार से लाकर खाते है,पहले के लोग गोबर खाद बनाकर खेतो के लिए इस्तेमाल करते थे,और अभी दुकानों में पाए जाने वाले खाद का इस्तेमाल करते है-जिसके कारण लोग बीमार पड़ जाते है...
Posted on: Aug 31, 2018. Tags: CG FOREST GONDI KANKER PAKHANJUR RANO WADDE VANANCHAL SWARA
वनांचल स्वर: पहले महुआ, टोरी, सरई का तेल खाते थे अब वह ख़तम है, सब बाज़ार से तेल लाते हैं...
ग्राम पंचायत-अंतागढ़, ब्लॉक-अंतागढ़, जिला-उत्तर बस्तर कांकेर (छत्तीसगढ़) से रानो वड्डे के साथ में एक समाज सेवी संतोषी गावड़े जी है जो जंगल अभी कैसा है पहले कैसा था इसके बारे में गोंडी भाषा में बता रही हैं | वे कह रही हैं पहले जो जंगल पहाड़ो में मिलता था जैसे महुआ, टोरा, चार, सराई, तेंदू ये सब के फल पहले खूब हुआ करता था अभी धीरे-धीरे लुप्त हो रहा हैं जंगल भी साफ़ हो रहे है पल के वृक्ष भी कटाई करने से कम हो रहे है टोरा, सराई, चार ये सब पेड़ों के फल के बीजो का तेल निकाला करते थे और गाँव के लोग खाने में उपयोग करते रहे हैं अब सभी गाँव देहात में भी बाजारों का तेल खाने में उपयोग कर रहे हैं | जल जंगल पानी सब विलुप्त होने की कगार पर हैं |
Posted on: Aug 30, 2018. Tags: ANTAGARH CG FOREST GONDI KANKER RANO WADDE VANANCHAL SWARA
Impact: Illegal forest tree felling stopped after reporting on CGnet Swara...
ग्राम पंचायत-पतुरियाडांड, पोस्ट-मदनपुर, ब्लाक-पोड़ी उपरोड़ा, जिला-कोरबा (छत्तीसगढ़) से संतोष कुमार पैकरा बता रहे है कि उनके इलाके में वनो की अवैध कटाई हो रही थी और ग्रामीण परेशान थे पर अधिकारियों को बताने से कोई फायदा नहीं हो रहा था उसके बाद उन्होंने लोक सुराज में भी आवेदन भी किया था लेकिन फिर भी कार्यवाही नही हो पा रही थी तब उन्होंने अपनी इस समस्या को सीजीनेट में रिकार्ड कराया था जिसका निराकरण अब हो चुका है इसलिए वे सीजीनेट के सभी सुनने वाले सांथियो जिनने अधिकारियों को फोन कर दबाव डाला और संबंधित अधिकारियों को धन्यवाद दे रहे हैं जो इस तरह लोगो की मदद करते हैं| संतोष कुमार पैकरा@8435289352.
Posted on: Apr 02, 2018. Tags: FOREST SANTOSH KUMAR PAIKRA
Near my village Forest officers selling wood from forest, complaints dont work
Ramchandra Yadav from Rapapara, Sanmohar, tehsil – Bharatpur, district- Koriya, Chhattisgarh is alleging that local forest officers are selling logs from forests for personal benefits. He says some logs are even lyin on the roadside. The event was brought to the attention of the D.F.O but to no effect. The matter was raised on different platforms but that too didn’t work. Pls call on Forest minister@07712221221 , S.D.M.@ 98069550866, D.F.O @7974428210. Yadav@9294528864