पीडितो का रजिस्टर :मुझे नक्सली समझकर पुलिस वालों ने जेल में बंद कर दिये थे...
ग्राम-बुसकी, तहसील-दुर्गकोंदल, जिला-कांकेर (छत्तीसगढ़) से राजूराम दुग्गा बता रहे हैं, कि रात में पुलिस वालें आयें और उन्हें नक्सली समझकर जेल ले गयें सन 2014 में आठ महीने जेल में रखे थे| उनके बड़े भाई ने जमानत कराया, आसपास के पड़ोसी से कर्ज लिया| लगभग 30 से 35 हजार तक खर्च हुआ| उनका छोटा भाई था, और उनके बच्चे लोग अपना पढ़ाई नही छोड़े, जेल से वापस आने के बाद खेती किसानी करके कर्ज छुड़ाया| संपर्क@7587110792. (185525)
Posted on: Feb 28, 2021. Tags: KANKER CG RAJURAM DUGGA VICTIM REGISTER
वनांचल स्वर: जंगल से चिरोटा भाजी,कांदा कुलियारी भाजी चाटी भाजी खाने से लाभ होता है...
ग्राम-मोदे, ब्लॉक-भानुप्रतापपुर, जिला-उतर बस्तर कांकेर (छत्तीसगढ़) से मनोज कुमार पटेल बताते हैं कि जंगल में खाने की क्या-क्या भाजी मिलती है। बस्तर में चिरोंटा भाजी, हुलोलिया भाजी, बरचीकुटी भाजी, मूंगा भाजी, चाटी भाजी, तीनपनिया भाजी, कांदा भाजी, कुलियारी भाजी, पीकरी भाजी, कांटा भाजी, इत्यादि मिलती हैं। जिसमें से कुछ उगाई जाती हैं एवं कुछ जंगल से प्राप्त होती हैं। पटेल को लगता है कि आने वाले 10 सालों में कुलियारी भाजी विलुप्त हो जाएगी। चरोटा भाजी पाचनतंत्र और चर्बी घटाने के लिए काफी लाभदायक भाजी है।सम्पर्क 9479070321,6268684544.(185657) GT
Posted on: Feb 28, 2021. Tags: CG KANKER MANOJ KUMAR PATEL VANANCHAL SWARA
गाँव के जंगल से गिद्ध विलुप्त होने की कहानी...
ग्राम-मोदे, ब्लॉक-भानुप्रतापपुर, जिला-उतर बस्तर कांकेर (छत्तीसगढ़) से मनोज कुमार पटेल बता रहे हैं कि उनके गाँव में पहले बहुत गिद्ध हुआ करते थे, अब गाँव में गिद्ध नहीं दिखते| पहले गाँव में यदि कोई जानवर मर जाए तो गिद्ध दिख जाया करते थे, उन्हें देख बच्चे भी बहुत आनंद लिया करते थे| अब गिद्ध विलुप्त हो गये हैं, कीटनाशकों के ज्यादा उपयोग से वे विलुप्त हो गये साथ-साथ कई जानवर भी विलुप्त हो गये| अब जंगलों में केवल भालू और बंदर ही दीखते हैं| हो सकता है शिकारियों के कारण जानवर जंगलों से विलुप्त हो रहे हैं| अधिक जानकारी के लिए सम्पर्क @9479070321, 6268684544.(185653) GT
Posted on: Feb 28, 2021. Tags: CG CULTRAL STORY KANKER MANOJ KUMAR PATEL
आमाझरन झरना की कहानी...
ग्राम-मुदे, थाना-कोरर, जिला-कांकेर (छत्तीसगढ़) से प्रेमलाल करतबिया अपने गांव कि पहाड़ी के बारे में बता रहे हैं, आमाझरन एक जगह है, यहां प्रकृतिक रूप से पानी बहता है और बड़े-बड़े आम फलते हैं| यहाँ बारह महीना पानी बहता रहता है| पहाड़ के निचे छुही का खदान है, जिससे घरों में पुताई होती है| इस मिट्टी को लेने दूर-दूर से लोग आतें हैं| पीले रंग की मिट्टी निकलती है| पहाड़ के ऊपर एक बहुत बड़ा मैदान है, गांव भी छोटा पड़ेगा इतना बड़ा मैदान है| इस मैदान में मनिहारी का पेड़ है जिससे फल और शुद्ध हवा मिलती है| आने जाने का रास्ता भी नहीं है, बहुत दिक्कत होती है| हरियाली और पोला के त्यौहार में गाँव के लोग वहाँ घुमने जाते हैं| सम्पर्क:- 6264476828(RM)
Posted on: Feb 28, 2021. Tags: CULTURAL STORY KANKER CG PREMLAL KRATBIYA
वनांचल स्वर : कोशम के पेड़ में लाख की खेती...
ग्राम-कवाची कटेल, ब्लाक-दुर्गकोंदल, तहसील-भानुप्रतापुर, जिला-कांकेर (छत्तीसगढ़) से राजकुमार नेताम बता रहे हैं कि ये लोग पूर्वजों के समय से जंगलो में रहते हैं आदिवासी हैं और कोशम के पेड़ो में लाख लगाते हैं, 40 से 50 घर के लोग लाख की खेती करते हैं| एक आदमी एक साल में लगभग 20 से 25 किलो लाख बिक्री करते हैं, एक किसान लाख की खेती से कभी 5 हजार रूपये, कभी 20 हजार रूपये, 50 हजार रूपये कमा लेते हैं| इसी पैसे अपना जरुरतों को पूरा करते हैं, लाख की साल में 2 बार कटाई होती है| गाँव के लोगों को लाख की खेती करने से बहुत लाभ होता है| सम्पर्क:- 9407611048 (RM)