जब आंख खुली तो मां की एक गोद का एक सहारा था
जिला चतरा, नवादा, झारखंड से राजू जी एक कविता सुना रहे हैं जिसका शीर्षक है, मां,, जब आंख खुली तो मां की एक गोद का एक सहारा था।
उसका नन्हा सा आंचल मुझको भूमंडल के प्यारा था इसके चेहरे के झलक चेहरा फूलों सा खिलता था।
इसके स्थन के बंद से मुझको जीवन मिलता था।
हाथो से बालो को नोचा पैरो से उपहार किया फिर भी उस मां का जी भर के प्यार किया।
Posted on: Oct 28, 2022. Tags: CHATRA JHARKHND N NWADA PEAM SONG
ग्रामीण विकास समिति (GVS) की बैठक और कार्यो पर चर्चा...
ग्राम-बनियावाल, पंचायत-जुलाठिया, पोस्ट-पुरखेत, जिला-चतरा, झारखण्ड से राजेश कुमार गाँव में हो रहे बैठक में शामिल हैं और बैठक के विषयो पर जानकारी दे रहे हैं| राजूदास बैठक में शामिल हैं, ग्रामीण विकास समिति के माध्यम कार्य कर रहे हैं उसके बारे में बता रहे हैं, ग्रामीण विकास समिति को GVS के नाम से जाना जाता है| राजूदास का कहना है विकास कार्यो के लिये सरकार अनुदान देती है लेकिन जिन इलाको के लिये फंड आता है वहां पर कोई संस्था नहीं होने के कारण फंड वापस चला जाता है, इससे विकास कार्य बाधित होता है| GVS संस्था शिक्षा, महिला विकास, किसानो के सिंचाई सुविधा, राशन वितरण संबंधी घोटाला आदि में कार्य करती है|
Posted on: Apr 02, 2021. Tags: CHATRA JH RAJESH KUMAR STORY
जी रहा हूँ तुम्हारे बिना टूटकर...कविता
नवादा, जिला-चतरा (झारखण्ड) से राजू राना एक कविता सुना रहे हैं:
जी रहा हूँ तुम्हारे बिना टूटकर-
क्या मिला है तुम्हे इस तरह रूठकर-
जब हमी से शिखर उतरना न था-
दिलो की कामना क्यूँ जगाती रही-
था मिटाना तुम्हे एक दिन फिर कहो-
प्यार की अल्पना क्यूँ सजाती रही-
नेह के पनघटो पर प्रफुलित लिखी...
Posted on: Mar 01, 2020. Tags: CHATRA JHARKHAND POEM RAJU RANA SONG VICTIMS REGISTER
जिसने तुझे जनम दिया रे दिल उनका नहीं दुखाना...गीत-
ग्राम-नवादा, पोस्ट-जवरा, जिला-चतरा (झारखण्ड) से संजय कुमार राना एक गीत सुना रहे हैं:
माँ बाप से बढकर जग में, कोई दूजा नही है खजाना-
जिसने तुझे जनम दिया रे दिल उनका नहीं दुखाना-
जिस माँ ने तुझे नौ महीने, अपने कोंख में पाल रक्खा-
चाहे बेटा घर हो बहार, माँ बनती कभी न दुश्मन-
जिसने तुझे जनम दिया रे दिल उनका नहीं दुखाना...
Posted on: Dec 15, 2019. Tags: CHATRA JHARKHAD SANJAY KUMAR RANA SONG VICTIMS REGISTER
वीणा की झनकार सुना दे जय-जय हंसवाहिनी...सरस्वती वंदना-
ग्राम-नवादा, जिला-चतरा (झारखण्ड) से संजय कुमार राना एक सरस्वती वंदना सुना रहे हैं:
वीणा की झनकार सुना दे जय-जय हंसवाहिनी-
ज्ञान की अद्भुत सागर माता कमल आसन-
तुमको भाता ज्ञान की बिडिया खोल हमारी-
जय-जय हंसवाहिनी दर-दर मईया भटक रहे हैं-
ज्ञान की मोती खोज रहे हैं अम्बर आते द्वार तुम्हारे-
वीणा की झनकार सुना दे जय-जय हंसवाहिनी...