धीरे-धीरे धान कर कटाई...कविता-
ग्राम-देवरी, जिला-सूरजपुर, छत्तीसगढ़ से कैलास सिंह पोया एक कविता सुना रहे हैं:
धीरे-धीरे धान कर कटाई-
धान कर डाली भीगे-
किसान मुरझाई-
धीरे धीरे पानी कर अवाई...
Posted on: Nov 29, 2023. Tags: CG KAILAS POYA POEM SURAJPUR
कविता : हिन्दू राष्ट्र
रायपुर, छत्तीसगढ़ से भागीरथी वर्मा एक कविता सुना रहे हैं:
हमारा देश एक लौता हिन्दू राष्ट्र है-
जहाँ मिट्टी की औरत को श्रृंगार कर-
देवी माँ कहकर पुकारा जाता है-
मिट्टी की दुर्गा माँ की पूजा होती है...
Posted on: Aug 13, 2023. Tags: BHAGIRATHI VARMA CG POEM RAIPUR
इधर भी तुम उधर भी तुम...कविता-
कानपुर उत्तर प्रदेश से के एम भाई एक कविता सुना रहे हैं:
इधर भी तुम उधर भी तुम-
हर तरफ तुम ही तुम-
मंदिर में भी तुम-
मस्जिद में भी तुम-
हनुमान भी तुम्हारे राम भी तुम्हारे-
अब रहमो रहीम भी तुम्हारे...
Posted on: Jun 27, 2023. Tags: KANPUR KM BHAI POEM UP
फर्जी मुठभेड़...कविता
भागीरथी वर्मा, जिला-रायपुर (छत्तीसगढ़) से एक कविता सुना रहे हैं: जिसका बोल है फर्जी मुठभेड़; आदिवासी इलाको में पूंजीपतियों द्वारा, पिछले चार साल 48 पुलिस कैम्प लगाये| फोज के भर्ती वोड्र के नाम से करते| अपने ही राज्यों के जंगलो में आदिवासो को सुरक्षा देने के बहाने आदिवासो पिस्तो में मारते| सामने फर्जी मुठभेड़ करते सुबह के अखवा नक्सली मुठभेड़ में नक्सली मारा गया कहते मौत का तांडफ का खेल इसलिए खेला जा रहा है| जगंल से ही लोहा कोयला हिरा सोना निकलकर पूंजीपतियों सोपा जा रहा है| आदिवासो को जल जंगल जमीन बचाने अंगरेज से भी लड़ना पड़ा था स्वतंत्र भारत में पूंजीपतियों से आज भी लड़ना पड़ रहा है| दुर्भाग्य इस बात का है| जिस देश में राज्यपाल राष्टपति आदिवासी हैं उस देश के आदिवासियों को आज भी गुलामियों से बतर जिंदगी जीने मजबूर होना पड़ रहा है|
Posted on: Jan 27, 2023. Tags: CG POEM RAIPUR
मन भौवरा रे मन भौवरा तू भूल गया मन भौवरा रे...कविता
ग्राम-तमनार, जिला-रायगढ़ (छत्तीसगढ़) से कन्हैयालाल पडियारी एक कविता
सुना रहे हैं:
मन भौवरा रे मन भौवरा तू भूल गया मन भौवरा रे-
फूलोँ को छोड़ काटो में झूल गया तेरा मंजिल कही-
और था कहा जाके रास्ता भूल गया तुझे कही-
और जाना था कहा आके फस गया क्या-
पाया क्या खोया क्या हिसाब लगाया तेरा-
मेहनत कम ना आये जग में आकर रोया...