जब आंख खुली तो मां की एक गोद का एक सहारा था
जिला चतरा, नवादा, झारखंड से राजू जी एक कविता सुना रहे हैं जिसका शीर्षक है, मां,, जब आंख खुली तो मां की एक गोद का एक सहारा था।
उसका नन्हा सा आंचल मुझको भूमंडल के प्यारा था इसके चेहरे के झलक चेहरा फूलों सा खिलता था।
इसके स्थन के बंद से मुझको जीवन मिलता था।
हाथो से बालो को नोचा पैरो से उपहार किया फिर भी उस मां का जी भर के प्यार किया।
Posted on: Oct 28, 2022. Tags: CHATRA JHARKHND N NWADA PEAM SONG
सबसे बुरा है न्याय की आस करना,कचहरी का चक्कर लगाना बुरा नहीं है,कविता...
KM भाई कानपुर से कविता सुना रहे हैं:-
सबसे बुरा है न्याय की आस करना कचहरी का चक्कर लगाना बुरा नहीं है
तारीख पे तारीख मिलना बुरा नहीं है सबसे बुरा है बेईमानों से न्याय का आस करना काला कोट पहनना बुरा नहीं है पेशकारों को 10 में बिक जाना बुरा नहीं है
सबसे बुरा है कोठे के दलालों से न्याय का आस करना
सबसे बुरा है कोठे के दलालों से न्याय का आस करना
कोर्ट के फीस से घर का बिक जाना बुरा नहीं है
कोर्ट के फीस से घर का बिक जाना बुरा नहीं है
टेबल के नीचे से जज का बिक जाना बुरा नहीं है
सबसे बुरा है अंधे कानून से न्याय की आस करना...
Posted on: Oct 23, 2022. Tags: KANPUR PEAM PU
भांग मांगे मीठा-मीठा गांजा मांगे घुवू...नशा कविता-
ग्राम पंचायत-धुमाडंडा, ब्लाक-प्रतापपुर, जिला-सूरजपुर (छत्तीसगढ़) से रूपलाल मरावी एक कविता सुना रहे हैं:
भांग मांगे मीठा-मीठा गांजा मांगे घुवू-
दारू मांगे चप्पल जूता की सोच सोच के पि-
भांग मांगे मीठा-मीठा गांजा मांगे घुवू-
दारू मांगे चप्पल जूता की सोच सोच के पि...
Posted on: Sep 23, 2022. Tags: CG NSHA PEAM PRTAPUR SURJPUR
आप महजिद तोड़ते हो आप मडर से खत्म करते हो...कविता
के एम भाई, कानपुर उत्तर प्रदेश से एक कविता सुना रहे हैं:
आप महजिद तोड़ते हो आप मडर से खत्म करते हो
आप हमारे रतम रिवाजों को जिहात बोलते हो बेसक आप हमारे महजीद गिरा सकते हो लेकिन हमारे खुदा को नहीं गिरा सकते हो...