स्वास्थ्य स्वर : सेनेटाईजर बनाने का घरेलू तरीका-
मालीघाट मुजफ्फरपुर (बिहार) से सुनील कुमार आज जो महामारी फैली है, उसके लिये सेनेटाईजर उपयोग करने की बात हो रही है, सलाह दी जा रही है लेकिन ये गाँव में लोगो तक नहीं पहुंच पा रही है, बाजार में उपलब्ध नहीं है, इसलिये आइये जाने इसे घर में बनाने का तरीका, इसे बनाने के लिये नीम की पत्ती 100 ग्राम और तुलसी की पत्ती और फिटकिरी, कपूर लेना हैं, उसके बाद नीम के पत्ती को साफ कर 1 लीटर पानी में उबलना है जब पानी अच्छे से उबल जाये तब उसमे तुलसी पत्ती, कपूर और फिटकरी को डालना है, कपूर और फिटकरी को पीसकर डालना है और उसे डिब्बे में रखकर उपयोग कर सकते हैं, इस प्रकार प्राक्रतिक तरीके से सेनेटाइजार बनाया जा सकता है : संपर्क नंबर@9308571702.
Posted on: Apr 09, 2020. Tags: BIHAR CORONA HEALTH MUZAFFARPUR SONG SUNIL KUMAR VICTIMS REGISTER
तू प्यार का सागर है...गीत-
मालीघाट, मुजफ्फरपुर (बिहार) से सुनील कुमार एक गीत सुना रहे हैं:
तू प्यार का सागर है-
तेरी इक बूँद के प्यासे हम-
लौटा जो दिया तुमने-
चले जाएंगे जहाँ से हम-
तू प्यार का सागर है-
तेरी इक बूँद के प्यासे हम-
तू प्यार का सागर है...
Posted on: Apr 07, 2020. Tags: BIHAR MUZAFFARPUR SONG SUNIL KUMAR VICTIMS REGISTER
वो भुलाने के काबिल नहीं है...गीत-
ग्रामीण पत्रकार सरला श्रीवास जो सीजीनेट और मोबाईल रेडियो के माध्यम से लगातार आपके साथ जुडी रही अब दुनिया में नहीं रहीं, उन्होंने 21 मार्च को अंतिम सांसे ली उनके कार्य के बारे में गीत के माध्यम से सुनील कुमार सुना रहे हैं:
सरला अपने जो किया है काम-
वो भुलाने के काबिल नहीं है-
अपने महिला अधिकार बताया-
घरेलू हिंसा को दूर भगाया-
अपने बुल्तू रेडियो बनाया-
घर घर में संदेश पहुचाया...
Posted on: Apr 06, 2020. Tags: BIHAR MUZAFFARPUR SONG SUNIL KUMAR VICTIMS REGISTER
स्कूल खुली है इंग्लिश को...गीत-
रीवा (मध्यप्रदेश) से सुनील कुमार आदिवासी एक गीत सुना रहे हैं:
स्कूल खुली है इंग्लिश को-
मत अकेले पढ़ने जाया करो
अपने चाचा के संगे जाया करो-
अपने मम्मी को पढ़के सुनाया करो-
स्कूल खुली है इंग्लिश को-
मत अकेले पढ़ने जाया करो
अपने चाचा के संगे जाया करो...
Posted on: Mar 14, 2020. Tags: MP REWA SONG SUNIL KUMAR ADIVASI VICTIMS REGISTER
यह मंदिर कैसा जहा शिक्षा में न लगे पैसा ...बाल कविता-
मालीघाट मुज़फ्फरपुर (बिहार) से सुनील कुमार एक कविता सुना रहे हैं:
यह मंदिर कैसा जहाँ शिक्षा मिले न लगे पैसा-
मुफ्त में मिले ज्ञान लेके बनो महान-
बोलो क्या है ??.. स्कूल हा-
मिला एक अधिकार, बच्चो को साचा प्यार-
बच्चे १४ बरस के बच्चे न शिक्षा को तरसे ...