असमय बारिश से पशुओं के चारे की गंभीर समस्या, कृपया उपाय सुझाएं...
नमस्कार साथियों, मैं मोहन यादव, इस समय ग्राम आलमपुर तहसील चिचोली जिला बैतूल मध्यप्रदेश से, यह समय किसानों के लिए बेहद संवेदनशील है। इस समय हुई बारिश ने फसलों को बड़े पैमाने पर नुकसान पहुंचाया है इसके बाद पशुओं के चारा की सबसे बड़ी समस्या खड़ी हो गई है यदि आपके पास चारे की उपलब्धता हो तो कृपया बताएं
Posted on: Oct 21, 2024. Tags: Agriculture MP
इस गाँव मे सड़क नहीं है बरसात के समय गाँव आना और भी मुश्किल हो जाता है...
ग्राम पंचायत जमुडी, जनपद सोहावर, जिला सतना, मध्यप्रदेश केवट की 100 घर की बस्ती है जहां आने के लिए 2 किलोमीटर पैदल जाना पड़ता है। बारिश के समय तो गाँव आना और भी मुश्किल हो जाता है। सीजीनेट के साथियों से इस ग्राम की मदद करने की अपील करता हूँ। सीताराम कोरी
Posted on: Oct 21, 2024. Tags: road mp
अधिकारी जमीन का गलत सीमांकन कर दिये हैं, सुधरवाने के लिये मदद करें-
ग्राम-हरदौहा, पंचायत-तेन्दुनी, सरकिल-अतरैला, तहसील-जबा, जिला-रीवा (मध्यप्रदेश) से गुड्डी देवी कोरी बता रही हैं| मेरे भूमि 101/1 का सीमांकन गलत किया गया है, आर आई, पटवारी के द्वारा 101/2 को 85 कडी दिया गया और 101/1 को 50 कड़ी देके चले गये हैं, भूमि का कुछ हिस्सा दूसरे के रकबे में चली गयी है, स्थगन न्यायालय मे दायर है, हमारी भूमि दूसरे को ना दिया जाय| इसलिये साथी सीजीनेट के श्रोताओं से निवेदन कर रहे हैं कि दिये नंबरों पर संपर्क कर समस्या का निराकरण कराने में मदद करें| पटवारी@9644253913, RI@9131643004, तहसीलदार@9993474875, कलेक्टर@9425010828.
संपर्क नंबर@8357998546.
Posted on: Dec 01, 2023. Tags: GUDDI DEVI LAND RECORD MP PROBLEM REWA
ए रीयाल पिया बिना...भोजपुरी गीत- एडिट करना है
सेक्टर-c राजनगर, मध्यप्रदेश से मारकंडे सिंह एक गीत सुना रहे हैं – ऐ रीयाल पिया बिना-
सखीए रीयाल पिया बिना-
कल न पडत लोहे-
घडी पल थीन दीन-
ऐ रीयाल पिया बिना-
जब से पिया परदेश गवन कीनो-
रतिया कटत मोरी तारे गीन गीन-
ऐ रीयाल पिया बिना...
Posted on: Jan 27, 2023. Tags: BHOJPURI MP RAJANAGAR SONG
हमे कुछ पाता नहीं हैं हम क्यों बहक रहे हैं...कविता
अनिल, जिला अनूपपुर मध्यप्रदेश से एक कविता सुना रहे हैं :
हमें कुछ पता नहीं है, हम क्यों बहक रहे हैं-
राते सुलग रही है, दिन भी बहक रहे हैं-
देखा है जब से तुमको हमको नहीं जानते हैं-
तुम भी महक रहे हो हम भी महक रहे हैं-
बरसात के नहीं पर बदल गरज रहे हैं-
सुलझी हुई हैं जुल्फे पर हम उलझ रहे हैं...