यह मंदिर कैसा जहा शिक्षा में न लगे पैसा ...बाल कविता-
मालीघाट मुज़फ्फरपुर (बिहार) से सुनील कुमार एक कविता सुना रहे हैं:
यह मंदिर कैसा जहाँ शिक्षा मिले न लगे पैसा-
मुफ्त में मिले ज्ञान लेके बनो महान-
बोलो क्या है ??.. स्कूल हा-
मिला एक अधिकार, बच्चो को साचा प्यार-
बच्चे १४ बरस के बच्चे न शिक्षा को तरसे ...