पिंजरे के पंक्षी रे तेरा दर्द न जाने कोये...गीत-
जिला-राजनांदगांव (छत्तीसगढ़) से विरेन्द्र गंधर्व एक गीत सुना रहे हैं:
पिंजरे के पंक्षी रे तेरा दर्द न जाने कोये-
बाहर से तू खामोश रहे और-
भीतर भीतर राये तेरा दर्द न जाने कोये-
कह न सके तू अपनी कहानी-
तेरी भी पंक्षी क्या जिंदगानी-
विधि ने तेरी कथा लिखी-
आंसू में कलम डुबोये तेरा दर्द न जाने कोये...(AR)
Posted on: May 21, 2021. Tags: CG RAJNANDGAON SONG VIRENDRA GANDHARV
कहानी : हम सबको इमानदार होना चाहिये...
जिला-राजनांदगांव (छत्तीसगढ़) से वीरेंद्र गंधर्व एक कहानी सुना रहे हैं:
एक गाँव में मोहन नाम का युवक रहता था उसका कोई परिवार नहीं था
वह अकेले रहता था, जंगल जाता था प्रतिदिन घास ले के आता और घास बेचकर अपना जीवन यापन करता था| एक बार उसकी पहचान एक अमीर व्यक्ति से हो गयी उसके यहाँ बहोत सारी गाय थी, वह रोजाना उसके घर घास दे देता और पैसे ले लेता| एक दिन उसको जंगल में घास कम मिली तो उसने देखा की अमीर व्यक्ति उसको उतने ही पैसे दिये जितने प्रतिदिन देता था तो उसने कहा बाबू जी आज मुझे घास कम मिली है तो इसलिये मै आप से ज्यादा पैसे नहीं ले सकता | (AR)
Posted on: May 15, 2021. Tags: CG RAJNANDGAON STORY VIRENDRA GANDHARV
अक्षय तृतीया और इदुलफितर के अवसर पर संदेस...
राजनांदगांव, छत्तीसगढ़ से वीरेन्द्र गंधर्व अक्षय तृतीया और इदुलफितर के अवसर पर सभी को सुख, समृद्ध रहने का संदेस दे रहे हैं| कोई शुभ काम करने के लिये आज का दिन अच्छा माना जाता है| आज एक साथ दो त्यौहार है, इस अवसर पर हमे सभी के खुशी के लिये प्रार्थना करना चाहिये|
Posted on: May 14, 2021. Tags: CG FESTIVAL RAJNANDGAON VIRENDRA GANDHARV
दौलत खो जाये तो आ जाती है...कविता-
राजनांदगांव, छत्तीसगढ़ से वीरेन्द्र गंधर्व मातृत्व दिवस पर एक कविता सुना रहे हैं:
दौलत खो जाये तो आ जाती है-
सोहरत खो जाये तो आ जाती है-
मगर माँ खो जाये तो कभी नहीं आती है-
यू तो रिश्ते तमाम होते हैं-
वक्त आने पर सारे नाकाम होते है...
Posted on: May 09, 2021. Tags: CG POEM RAJNANDGAON VIRENDRA GANDHARV
खिलता हुआ उपवन आलीशान भवन सब मजदूरों की देन है...मजदूर दिवस
राजनांदगांव (छत्तीसगढ़) से विरेन्द्र गंधर्व मजदूर दिवस के बारे में जानकारी दे रहे हैं:
के खिलता हुआ उपवन आलीशान भवन सब मजदूरों की दें हैं, पर्वतों को काटकर राश्ते बनाते हैं आमिर और गरीबो के वास्ते कोयला हो या खनिज धरती की हर चीज सारी मजदूरों की देन है मजदूरों से ही दुनिया आबाद है एक साथ सब बोलें मजदूर जिन्दाबाद है| (AR)