कहानी : हम सबको इमानदार होना चाहिये...
जिला-राजनांदगांव (छत्तीसगढ़) से वीरेंद्र गंधर्व एक कहानी सुना रहे हैं:
एक गाँव में मोहन नाम का युवक रहता था उसका कोई परिवार नहीं था
वह अकेले रहता था, जंगल जाता था प्रतिदिन घास ले के आता और घास बेचकर अपना जीवन यापन करता था| एक बार उसकी पहचान एक अमीर व्यक्ति से हो गयी उसके यहाँ बहोत सारी गाय थी, वह रोजाना उसके घर घास दे देता और पैसे ले लेता| एक दिन उसको जंगल में घास कम मिली तो उसने देखा की अमीर व्यक्ति उसको उतने ही पैसे दिये जितने प्रतिदिन देता था तो उसने कहा बाबू जी आज मुझे घास कम मिली है तो इसलिये मै आप से ज्यादा पैसे नहीं ले सकता | (AR)