हम सबका ये अभियान है बोलकार बनाना काम है...गीत
मालीघाट,मुजफ्फरपुर, बिहार से सुनील कुमार गीत सुना रहे हैं:
हम सबका ये अभियान है-
बोलकार बनाना काम है...
Posted on: Sep 11, 2023. Tags: BIHAR MUZAFFAR SONG SUNIL KUMAR
नया - नया वैकल्पिक मीडिया अब आई है भाई...गीत -
मालीघाट, मुजफ्फर (बिहार) से सुनील कुमार अपना रेडियो गीत सुना रहे हैं:
नया – नया वैकल्पिक मीडिया अब आई है भाई-
समझ बूझ लो इसको भईया होगी बहुत भलाई-
तुम अपनी बात रखोगे होय-
लोग फिर सभी सुनेगे-
नया – नया वैकल्पिक मीडिया अब आई है भाई...
Posted on: Jul 12, 2023. Tags: BIHAR SONG SUNIL KUMAR
सेवा में समर्पित सब दिन...गीत-
मालीघाट, मुजफ्फरपुर, बिहार से सुनील कुमार एक लोकगीत सुना रहे हैं:
सेवा में समर्पित सब दिन-
जेकराला पर बीती है-
सबसे सुंदर सबसे निर्मल-
वज्जिकांचल की धरती है-
मुजफ्फरपुर की लीची देखो जगत में मसहूर है...
Posted on: Jun 27, 2023. Tags: BIHAR SONG SUNIL KUMAR
हमारे गाँव में रोड की समस्या है आने जाने में दिक्कत होती है, मदद की अपील-
ग्राम पंचायत-कापानार, (पुजारीपारा) ब्लाक-बास्तानार, जिला-बस्तर (छत्तीसगढ़) से मंगलेश कुमार बता रहे हैं उनके गाँव में रोड की समस्या है,10 किलोमीटर रोड नहीं बना है, जिससे आने जाने में दिक्कत होती है, समस्या के निराकरण के लिए उन्होंने सरपंच सचिव के पास आवेदन किया लेकिन इस पर कोई कारवाही नहीं हुई इसलिए वे सीजीनेट के सांथियो अपील कर रहे हैं, कि दिए गये नंबर पर अधिकारियों से बात कर समस्या का निराकरण कराने में मदद करे: सरपंच@7678636325, सचिव@7544645458, संपर्क नंबर@7646919662.
Posted on: Dec 04, 2022. Tags: BASTANAR BASTAR CG KAPANAR MANGLESH KUMAR PROBLEM ROAD
एक नगर में दो आदिवासी बालक की कहानी...
(मध्यप्रदेश) से सुरेश कुमार बड़वानी कहानी सुना रहे है |
एक नगर में दो आदिवासी बालक रहते थे |उन दो की बड़ी गहरी मित्रता थी | उन दोनों के नाम छोटू और अर्जुन थे |और उनके गाँव में सुंदर काका नामक व्यक्ति रहता था |सुंदर काका के बगीचे में बहुत सारे आम के पेड़ थे |छोटू और मोटू रोज वहां से गुजरते थे लेकिन आम तोड़ने का साहस नहीं होता था |एक दिन अर्जुन ने छोटू को कहा आज सुंदर काका नहीं है, आम खाने का बड़ा अच्छा मौका है |वे दोनों बगीचे पेड़ में गए और आम के पेड़ को पत्थर मारे, पत्थर पेड़ के नीचे खड़े सुंदर काका के सर में लग गया| और वे दोनों भागने लगे लेकिन रखवाले ने उन दोनों को पकड़ लिया और सुंदर काका के पास ले गए |दोनों बहुत डरे हुए थे | रखवाले ने कहा आज्ञा हो तो इन दोनों के हड्डी पसली तोड़ दू |सुंदर काका बोले इन दोनों का मन आम खाने का था, इन्हें मरने का नहीं |गलती से मुझे पत्थर लग गया तो दोनों का क्या दोष, छोड़ दो |बोले बेटा जब भी आम खाने का मन करे तो आम खाने आ जाना | इस घटना के बाद कभी भी छोटू और मोटू चोरी के आम नहीं खाते थे| जब भी मन होता सुंदर काका से मांग लेते थे |