भारत माता का सपूत आजादी का दीवाना था....देश भक्ति गीत-
ग्राम-पंचायत रक्सा, पोस्ट-फुनग, थाना-भालुमाडा जिला-अनुपपुर (मध्यप्रदेश) से दिव्या हमारे सीजीनेट सुनने वाले श्रोताओं को एक देश भक्ति गीत सुना रही है:
भारत माता का सपूत आजादी का दीवाना था-
हँस कर झूल गया फाँसी पर भगतसिह मस्ताना था-
नव जवान था वह पंजाबी गजब शेर दिलवाला था-
तीन देश का रक्त करणं बना हुवा था मतवाला-
चैन नींद भी कभी न उसको आता-
भारत माता की परवाह बेचैन बना जाता CS
Posted on: Jul 08, 2020. Tags: ANUPPUR MP DESH BHKTI HINDI SONG DIVYA SONG VICTIMS REGISTER
जिन्दगी प्यार का गीत है,इसे हर दिल को गाना पड़ेगा...
दिव्यांशी दिल्ली से हमारे सीजीनेट सुनने वाले श्रोताओं को एक गीत सुना रही है:
जिन्दगी प्यार का गीत है-
इसे हर दिल को गाना पड़ेगा-
जिंदगी गम का सागर भी है-
थक के उस पार जाना पड़ेगा-
जिंदगी प्यार का गीत है-
इसे हर दिल को गाना पड़ेगा-
जिंदगी बेवफा है तो क्या-
अपने रूठे है हम से तो क्या CS
Posted on: Jul 07, 2020. Tags: DILLI DIVYANSHI HIDI SONG SONG VICTIMS REGISTER
मधु बन खुशबु देता है,सागर सावन देता है -गीत सुना रही है...
दिल्ली से दिव्यांसी गीत सुना रही है – मधु बन खुशबु देता है – सागर सावन देता है – जीना उसका जीना है – जो औरो को जीवन देता है – मधु बन खुशबु देता है – सूरज बन न पाये तो – बनके दीपक जलता चल – फूल खिले या अंगारे – सच की राहो पे चलता चल – प्यार दिलो को देता है – अश्को को दामन देता है -170791…JP
Posted on: Jul 06, 2020. Tags: DELHI DIVYAANSHU SONG VICTIMS REGISTER
ये कदम्ब का पेड़ अगर माँ होता यमुना तीरे...कविता-
ग्राम-रक्सा, पोस्ट-फुनगा, जिला-अनूपपुर (मध्यप्रदेश) से दिव्या जोगी एक कविता सुना रही हैं:
ये कदम्ब का पेड़ अगर माँ होता यमुना तीरे-
मैं भी उस पर बैठ कन्हैया बनता धीरे-धीरे-
ले देती यदि मुझे बांसुरी तुम दो पैसे वाली-
किसी तरह नीची हो जाती ये कदम्ब की डाली-
तुम्हें नहीं कुछ कहता पर मैं चुपके-चुपके आता-
उस नीची डाली से अम्मा ऊँचे पर चढ़ जाता...
Posted on: Mar 30, 2020. Tags: ANUPPUR DIVYA JOGI MP POEM SONG VICTIMS REGISTER
राष्ट्री तिरंगे को कर लो नमन...राष्ट्र गीत
ग्राम-रक्सा, पोस्ट-फुनगा, जिला-अनूपपुर (मध्यप्रदेश) से दिव्या एक राष्ट्र गीत सुना रही हैं:
राष्ट्री तिरंगे को कर लो नमन-
ये भारत है मेरा हैं भारत के हम-
गांघी बापू हमें जान से प्यारे-
छोड़ चले बापू हमें किसके सहारे-
फूल खिले धूप खिले आयें सबेरा रे-
राष्ट्री तिरंगे को कर लो नमन...