जाने क्यूँ लोग घरो से निकला करते हैं...कोरोना गीत-
ग्राम-जमडी , जिला-अनूपपुर (मध्यप्रदेश) से चंद्रभान सिंह एक कोरोना गीत सुना रहे हैं:
इस ज़माने में इस कोरोना ने कितने देशो में-
कितनी जान ली है-
जाने क्यूँ लोग घरो से निकला करते हैं-
मोदी जी की बातों को ये क्यूँ अनसुना करते हैं-
महामारी को कोई सिकलिक नही समझे-
राहों में मिलकर यूं कोई महफ़िल नही करते...
Posted on: Dec 18, 2021. Tags: ANUPPUR CHANDRABHAN SINGH CORONA SONG MP
हिन्द देश के निवासी सभी जन एक हैं...गीत-
ग्राम-कचवाही, पंचायत-जमुरी, जिला-नरायणपुर (छत्तीसगढ़) से दीपिका नुरेटी एक गीत सुना रही हैं :
हिन्द देश के निवासी सभी जन एक हैं-
रंग रूप वेष भाषा चाहे अनेक हैं-
बेला गुलाब जूही चंपा चमेली-
बेला गुलाब जूही चंपा चमेली-
प्यारे-प्यारे फूल गूंथे माला में एक हैं-
हिन्द देश के निवासी सभी जन एक हैं...
Posted on: Dec 18, 2019. Tags: CG CHANDRABHAN SINGH MARKO NARAYANPUR SONG VICTIMS REGISTER
प्रार्थना : उठ जाग मुसाफिर भोर भई, अब रैन कहाँ जो सोवत है...
ग्राम पंचायत-बम्हनी, जिला-नरायणपुर (छत्तीसगढ़) से चंद्रभान सिंह साथ में संजना, कुमारी सुनीता, अनीता एक प्रार्थना सुना रहें हैं:
उठ जाग मुसाफिर भोर भई, अब रैन कहाँ जो सोवत है-
जो सोवत है सो खोवत है, जो जगत है सोई पावत है-
नींद से अखियाँ खोल जरा, और अपने प्रभु में ध्यान लगा-
यह प्रीत कारन की रीत नहीं, रब जागत है तू सोवत है-
नदान भुख्त कर नित्यत नि ये पापी पाप में चैन कहा-
जो कल करना सो आज करले जो आज करे सो अभी...
Posted on: Dec 01, 2019. Tags: CHANDRABHAN SINGH NARAYNPUR CG SONG VICTIMS REGISTER
कविता : शीत लिए आयी हवा थर थर कापे रात...
ग्राम पंचायत-जमुड़ी, जिला-अनुपपुर (मध्यप्रदेश) से चंद्रभान सिंह मार्को एक कविता सुना रहें है:
शीत लिए आयी हवा थर थर कापे रात-
सूरज चचा आइयें लेकर नवल प्रभात-
धुप शीत में आ गयी जब जब सर के पास-
माँ जैसी ममता लागें पापा का आभास-
कुहरा आकर द्वार पर अड़का रहा विकार-
कहता कुण्डी खोल दो बहुत लग रही जाड़-
कुहरे ने जब कह दिए, कड़वे से कुछ बोल-
गोला सूरज का हुआ, आसमान से गोल-
सूरज जब ढकने लगे जब अपना स्वंय शारीर-
पीड़ित करते शरद ऋतू, किसे सुनाएं पीर-
धुप ठण्ड में छत चढ़ी, खूब रही थी खेल-
चाह भरी शीतल हवा, निचे रही धाकेल-
सूरज जब करता नही, आसमान में सैर-
तभी कोहरा तानता चादर बाहर पैर-
ओढ़े हुए राज्जैया सोते रहे आमिर-
सर्दी अश्रु बाह रही, दे रही गरीब को पीर-
कुहरा में मुस्तैद, घर में जला अलाव-
ठंडा पड़ा अलाव है, बर्फ हो रही देर...
Posted on: Nov 26, 2019. Tags: ANUPPUR MP CHANDRABHAN SINGH MARKO SONG VICTIMS REGISTER
जंगल घूमा चाचा जी ने, दूरबीन लेकर साथ में, दूर दूर की चिड़िया देखी, उनको अपने पास में...बाल कविता
ग्राम-मसगा, ब्लॉक-प्रतापपुर, जिला-सूरजपुर (छत्तीसगढ़) से चन्द्रभान सिंह मारको नन्हे बालको से चर्चा कर रहे है, जो कि कक्षा ३से ५वी तक के है, जो बहुत ही बढ़िया कविता “जंगल घूमा चाचा जी ने” सुना रहे है :
जंगल घूमा चाचा जी ने, दूरबीन लेकर साथ में-
दूर, दूर की चिड़िया देखी, उनको अपने पास में-
ऊँचे पेड़ में चढ़ कर देखा, एक तेंदुआ नीचे-
तभी अचानक बन्दर देखा, दौड़ा उसके पीछे-
चाचा जी ने, जो भी जंगल में देखा-
उसको अपनी डायरी में, नोट कर लिया...