जंगल घूमा चाचा जी ने, दूरबीन लेकर साथ में, दूर दूर की चिड़िया देखी, उनको अपने पास में...बाल कविता
ग्राम-मसगा, ब्लॉक-प्रतापपुर, जिला-सूरजपुर (छत्तीसगढ़) से चन्द्रभान सिंह मारको नन्हे बालको से चर्चा कर रहे है, जो कि कक्षा ३से ५वी तक के है, जो बहुत ही बढ़िया कविता “जंगल घूमा चाचा जी ने” सुना रहे है :
जंगल घूमा चाचा जी ने, दूरबीन लेकर साथ में-
दूर, दूर की चिड़िया देखी, उनको अपने पास में-
ऊँचे पेड़ में चढ़ कर देखा, एक तेंदुआ नीचे-
तभी अचानक बन्दर देखा, दौड़ा उसके पीछे-
चाचा जी ने, जो भी जंगल में देखा-
उसको अपनी डायरी में, नोट कर लिया...