पीड़ितों का रजिस्टर:रहने के लिए घर चाहिए
ग्राम पंचायत कोहकामेटा, ब्लाक ओरछा जिला नारायणपुर छत्तीसगढ़ से सुखलाल कवासी पिता आयतु कवासी बता रहे हैं 2012 में नक्सलियों के मार के डर से अपनी जान बचाकर गांव छोड़कर नारायणपुर भागकर रहने के लिए आ गए। सरकार के तरफ से आर्थिक सहायता 30000 मिला है। अभी पुराना गांव में आना जान करते हैं अभी कैंप लगा हैं तब से नक्सली का डर कम है। वे लोग 7 परिवार है। अधिक जानकारी के लिए संपर्क नंबर रामसाय कवासी@7587219971.
Posted on: Feb 01, 2023. Tags: CG DISPLACED MOAIST VICTIM NARAYANPUR ORCHHA VICTIM RAJISTAR
पीड़ितों का रजिस्टर: आर्थिक सहायता मिलना चाहिए
ग्राम ऊंचाकोट, पंचायत दर्रामेट, ब्लाक ओरछा जिला नारायणपुर छत्तीसगढ़ से सुखराम जी बता रहे हैं उनके गांव में नक्सली लोग आना जाने करते थे। 2008 में नक्सलियों ने मारने के लिए प्लान बनाए थे। फिर नक्सलियों के मार के डर से लोग अपनी जान बचाकर गांव छोड़कर नारायणपुर ।भागकर रहने के लिए आ गए। और झोपड़ी बनाकर रह रहे हैं 6 परिवार हैं दो लड़का दो लड़की हैं। उन्हें सरकार के तरफ से कोई आर्थिक सहायता नहीं मिला है। और उनका पूराना गांव जाने में अभी भी डर है। जाने से नक्सलियों लोग मार देंगे। अधिक जानकारी के लिए संपर्क नंबर@7898038856.
Posted on: Feb 01, 2023. Tags: CG DISPLACED HOUSE MAOIST VICTIM NARAYANPUR ORCHHA VICTIM RAJISTAR
पीड़ितों का रजिस्टर: .मकान मिलने से सुविधा होगी .
ग्राम पंचायत फर्सगांव, ब्लाक नारायणपुर जिला नारायणपुर छत्तीसगढ़ से रूपधर पिता पुन उराम बता रहे हैं उनके पिता जी को नक्सलियों ने मारने की सूचना दिए थे। फिर नक्सलियों के मार के डर से लोग अपनी जान बचाकर गांव छोड़कर नारायणपुर भागकर रहने के लिए आ गए। और अपना जीवन यापन कर रहे हैं सरकार के तरफ से उन्हें आर्थिक सहायता 15000 मिला था। अधिक जानकारी हेतु संपर्क नंबर@9302184771.
Posted on: Jan 31, 2023. Tags: CG DISPLACED MOAIST VICTIM NARAYANAPUR VICTIM RAJISTAR
पीड़ितों का रजिस्टर: सरकारी नौकरी और जमीन चाइए कृपया मदद करें
ग्राम: अलबेड़ा, ग्राम पंचायत: कुथुल, ब्लॉक: ओरछा, जिला: नारायणपुर, राज्य: छत्तीसगढ़ की संतोराम वरदा (पिता का नाम: जोगाराम वरदा) ने बताया है कि उनके चाचा और छोटे भाई को 2011 में नक्सलियों ने बुरी तरह पीटा था और उस गांव से उनको नक्सलाइयों ने निकल दिए।अब वह नारायणपुर के गुदरी पारा (शांतिनगर साइड) में रहते हैं। संतूराम ने कहा कि गुदरी पारा में कुछ लोगों को मुआवजे के तौर पर कुछ आर्थिक मदद मिली, लेकिन उन्हें कुछ नहीं मिला। उन्हें रिपोर्ट का पेपर बाद में मिला, इसलिए उन्हें कोई आर्थिक मदद नहीं मिली। संथुराम ने बताया कि नारायणपुर थाने में कई बार पुलिस को आवेदन देने पर भी उन्हें कोई आर्थिक मदद नहीं मिली। उनके परिवार में पांच लोग रहते हैं।
संथुराम ने 5वीं तक पढ़ाई की है। उसने सरकारी नौकरी के लिए आवेदन भी किया है, लेकिन अभी तक नौकरी नहीं मिली है। उसने कहा कि वह अभी अपने गांव नहीं जा सकता, नक्सली डर पूरी तरह से निकल जाने के बाद वह अपने पुराने गांव जाएगा।
Posted on: Jan 30, 2023. Tags: CG DISPLACED JOB KILLED LAND MOIST NARAYANPUR ORCHHA REGISTER VICTIM
पीड़ितों का रजिस्टर :रहने के लिए घर चाईए कृपया मदद करें।
ग्राम:पदेडा, ग्राम पंचायत:पदेड़ा,जिला:बीजापुर,राज्य:छत्तीसगढ़ से योगेश्वरी पागलीकर(पति का नाम:लेट वेंकट राव पागलिकर) बता रही है की 2006 में बीजापुर में रहने के लिए आयी थी। 2006 में उनके पति (वेंकट राव) को नक्सलियों ने मार डाला था। इसलिए योगेश्वरी ने गांव छोड़कर बीजापुर आ गईं।अब वह अपने तीन बच्चों के साथ रह रही है।योगेश्वरी ने बताया कि उनका बड़ा बेटा 24 साल, लड़की 21 साल, छोटा बेटा 16 साल और सभी बच्चे पढ़ाई कर रहे हैं।योगेश्वरी ने कहा कि उन्हें मुआवजे के तौर पर एक लाख रुपये और सरकारी नौकरी दी गई।अब योगेश्वरी रहने के लिए घर चाहती हैं। आवास सुविधा के लिए आवेदन किया है लेकिन अभी तक आवास उपलब्ध नहीं कराया है।इसलिए वे सीजीनेट के साथियों से अनुरोध कर रहे हैं कि अधिकारियों से बात करउन्हें मकान उपलब्ध कराएं।
संपर्क व्यक्ति संख्या:—————————————————————————————————————————Yogeshwari Paglikar (Husband’s name: Late Venkat Rao Paglikar) from Village: Padeda, Gram Panchayat: Padeda, District: Bijapur, State: Chhattisgarh is telling that she came to live in Bijapur in 2006. In 2006, her husband (Venkat Rao) was killed by Naxalites. So Yogeshwari left the village and came to Bijapur. Now she is living with her three children. Yogeshwari told that her elder son is 24 years old, girl is 21 years old, younger son is 16 years old and all the children are studying. Yogeshwari said that She was given Rs 1 lakh as compensation and a government job. Now Yogeshwari wants a house to live in. Have applied for housing facility but haven’t been provided accommodation yet. That’s why they are requesting CGNET colleagues to talk to the authorities and provide them house.
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