नारी नर की ना अरी, वो है सच्ची मित्र...8 मार्च महिला दिवस पर कविता-
मालीघाट, जिला-मुजफ्फरपुर, (बिहार) से सुनील कुमार महिला दिवस पर गिरीश पंकज की रचना सुना रहे हैं:
नारी नर की ना अरी, वो है सच्ची मित्र-
दोनों का हो साथ तब,सुंदर बनता चित्र-
मत समझो कमजोर तुम,नारी गुण की खान-
मूरख जन कैसे करे, हीरे की पहचान-
नारी से ही नर बने, बिन नारी बेकार-
रंगहीन उद्यान-सा, लागे यह संसार-
मन कोमल, मजबूत पर, नहीं रही कमजोर-
स्त्री-शक्ति में प्रबल, करे न लेकिन शोर...
Posted on: Mar 07, 2017. Tags: SONG SUNIL KUMAR VICTIMS REGISTER
दोस्त बना मददगार: सरकारी नशा मुक्ति केंद्र की मदद से दोस्त ने दोस्त का नशा छुड़ाया...कहानी-
राजू और रामू नाम के दो मित्र रामपुर गाँव में रहते थे, उनकी आपस में बहुत ग़हरी दोस्ती थी. वह एक दूसरे के सुख दुःख में साथ रहते थे. रामू को काम के लिए बाहर गाँव जाने की आवश्यकता पड़ी, रामू ने लगातार कठिन परिश्रम कर नई नई बातो को सीखने का प्रयास किया। इधर राजू गलत संगति में पड़कर नशा का शिकार हो गया दिन रात नशे के कारण उसका स्वास्थ्य बहुत ज्यादा खराब हो गया. इसकी सूचना राजू के दोस्त रामू को प्राप्त हुई रामू ने कठिन परिस्थति में भी विभिन्न माध्यम से समझाने का प्रयास किया परन्तु नशे की हालत राजू ने अपने दोस्त को भी भला बुरा कहा. दोस्त ने नाजुक स्थति को ध्यान में रखते हुए लगातार सम्पर्क में रहने एवं राजू के माँ,बाप को बिहार सरकार द्वारा चलाये जा रहे नशा मुक्ति केंद्र के बारे में बताया. राजू के परिवार वालो ने राजू को नशा मुक्ति केंद्र ले गए और भर्ती कराया तथा इलाज कराया, अस्पताल में भर्ती रहने के दौरान बिहार सरकार द्वारा अस्पताल में बिताये दिनों के एवज में मजदूरी मिलने से स्थति में सुधार हुआ. दोस्त की मदद मिल जाने से राजू का जीवन फिर से संवर गया.सुनील कुमार@9308571702
Posted on: Mar 07, 2017. Tags: SONG SUNIL KUMAR VICTIMS REGISTER
वाह रे मोबाइल, तेरी पुकार से दिल दहल जाती है...मोबाइल पर कविता
मालीघाट, जिला-मुजफ्फरपुर (बिहार) से सुनील कुमार बस्तर छत्तीसगढ़ के कवि पतिराम ताराम की कविता सुना रहे है:
वाह रे मोबाइल, तेरी पुकार से दिल दहल जाती है-
कुछ भी करते रहो, हाथ झट से उठा लेती है-
अधिकारी का कॉल हो तो, रूह काप जाता है-
प्रेमिका का कॉल हो तो, दिल बाग़-बाग़ हो जाता है-
पत्नी का कॉल हो तो, कान खड़े हो जाते है-
पुत्र का कॉल हो तो, हाथ ज़ेब में चला जाता है-
पुत्री का कॉल हो तो, डर पहले ख़ुशी बाद में आती है-
रिश्तेदार का कॉल हो तो, डर दिल में शमा जाती है-
वाह रे मोबाइल, तेरी पुकार से दिल दहल जाती है...
Posted on: Mar 06, 2017. Tags: SONG SUNIL KUMAR VICTIMS REGISTER
लघु उद्योग शुरू करने के लिए सरकार से मदद मिलती है, इससे ही ग्रामीण बेरोज़गारी हट सकती है...
मालीघाट, जिला-मुजफ्फरपुर (बिहार) से सुनील कुमार लघु उद्योग शुरू कर रोज़गार पाने और देने के बारे मे बता रहे है इसके लिए सरकार की और से मदद दी जाती है | उदाहरण स्वरुप वे अपने शहर के मुन्ना अगरबत्ती के निदेशक मोहम्मद सलाउद्दीन के बारे में बता रहे हैं जो अगरबत्ती के व्यवसाय जुड़े है, जिससे दर्जनों महिलाऐ जुडी है, जिसको प्रधानमंत्री ने सम्मान किया है, जिससे मुजफ्फरपुर ही नही बल्कि पूरे राज्य के लोग खुश है. ग्राम उद्योग एवं लघु उद्योग के माध्यम से रोजगार दिया जा सकता है, खासकर इस कार्य में महिलाओ को रोजगार मिल रहा है जो बेरोज़गारों को आत्मनिर्भर बनाता है, ऐसे ही लघु उद्योगों से लोगो को जोड़े तो बेरोजगारी कम हो सकती है | सुनील@7295908420
Posted on: Mar 05, 2017. Tags: SONG SUNIL KUMAR VICTIMS REGISTER
वक्त बुरा है इसीलिए तो वो घबराती है...गिरीश पंकज की कविता
मालीघाट,जिला-मुजफ्फरपुर, (बिहार) से सुनील कुमार गिरीश पंकज की एक कविता सुना रहे है:
वक्त बुरा है इसीलिए तो वो घबराती है-
रोती है माँ जब बेटी बाहर जाती है-
सुंदर थी दुनिया कितनी, अब क्या से क्या हो गई-
रोज यहाँ पर मौत हमारे सर मंडराती है-
जाने कब ऐ बारूदो से बाग उजड़ जाए-
यही सोच कर तितली रानी पास न आती है-
नन्ही सी चिड़िया बेचारी, क्या जाने धोखा-
दाना पानी देख जाल में खुद फस जाती है...