दोस्त बना मददगार: सरकारी नशा मुक्ति केंद्र की मदद से दोस्त ने दोस्त का नशा छुड़ाया...कहानी-
राजू और रामू नाम के दो मित्र रामपुर गाँव में रहते थे, उनकी आपस में बहुत ग़हरी दोस्ती थी. वह एक दूसरे के सुख दुःख में साथ रहते थे. रामू को काम के लिए बाहर गाँव जाने की आवश्यकता पड़ी, रामू ने लगातार कठिन परिश्रम कर नई नई बातो को सीखने का प्रयास किया। इधर राजू गलत संगति में पड़कर नशा का शिकार हो गया दिन रात नशे के कारण उसका स्वास्थ्य बहुत ज्यादा खराब हो गया. इसकी सूचना राजू के दोस्त रामू को प्राप्त हुई रामू ने कठिन परिस्थति में भी विभिन्न माध्यम से समझाने का प्रयास किया परन्तु नशे की हालत राजू ने अपने दोस्त को भी भला बुरा कहा. दोस्त ने नाजुक स्थति को ध्यान में रखते हुए लगातार सम्पर्क में रहने एवं राजू के माँ,बाप को बिहार सरकार द्वारा चलाये जा रहे नशा मुक्ति केंद्र के बारे में बताया. राजू के परिवार वालो ने राजू को नशा मुक्ति केंद्र ले गए और भर्ती कराया तथा इलाज कराया, अस्पताल में भर्ती रहने के दौरान बिहार सरकार द्वारा अस्पताल में बिताये दिनों के एवज में मजदूरी मिलने से स्थति में सुधार हुआ. दोस्त की मदद मिल जाने से राजू का जीवन फिर से संवर गया.सुनील कुमार@9308571702