आज जिसको अंग्रेजी आती है वो अच्छी नौकरी कर रहा है जिसको नहीं आती वो किसानी करते हैं...
सुनील कुमार आज लोकभाषा और मातृभाषा के महत्त्व के विषय में बता रहे हैं कि कैसे विदेशी भाषा के चलते आज हमारा देश आजादी के 70 साल पूरे करने के बाद भी जैसे का तैसा है जबकि अन्य देश अपनी मातृभाषा का उपयोग चाहे वो शिक्षा, तकनीकी या फिर और किसी क्षेत्र में कर रहे हैं और विकास की ओर बढ़ रहे हैं जबकि भारत विदेशी भाषा के चक्कर में पिछड़ रहा है. आज जिसको अंग्रेजी आती है वो अच्छा पैसा और अच्छी नौकरी कर रहा है और जिसको नहीं आती वो मजदूरी और किसानी करके गुजर-बसर करते हैं इसलिए हमे भी अन्य देशों की तरह मातृभाष का प्रयोग हर क्षेत्र में करना होगा जिस प्रकार इजरायल अपनी मातृभाषा का प्रयोग करके आज बिकासशील देशों की श्रेणी में सर्वोपरि है . सुनील@9308571702
Posted on: May 09, 2017. Tags: SONG SUNIL KUMAR VICTIMS REGISTER
लिखना कि प्यार की दीवानगी में ताज़महल तो बना, पर नही बना तुम्हारा झोपड़ा...कविता
ग्राम-मालीघाट, जिला-मुजफ्फरपुर, (बिहार) से सुनील कुमार मजदूर पर एक कविता सुना रहे हैं जो संतोष श्रीवास्तव द्वारा लिखी गई है:
तुम लिखना इतिहास अपने आसुँओं का-
लिखना कि प्यार की दीवानगी में ताज़महल तो बना, पर नही बना तुम्हारा झोपड़ा-
वहसी दीवानगी ने तोड़ दी हदे, इंसानियत की बर्बरता को मात देता एलान-
कि काट लो हाथ फ़िर कभी ना बने, ताज़महल दूसरा-
यह कैसी दीवानगी, जिसमे पाक मोहब्बत ना थी-
हुकूमत का नशा खुद को ख़ुदा मान लेने की, आसमानी अकड़...
Posted on: May 09, 2017. Tags: SONG SUNIL KUMAR VICTIMS REGISTER
गर्मियों में आगजनी से बचने के उपाय...
गर्मियों में आग से सावधान रहने के उपाय : घर के अंदर गैस सिलेंडर, चूल्हे, लैंम्प, मिटटी तेल एवं अन्य ज्वलनशील पदार्थ उपयोग में लाते समय विशेष सावधानी रखें ताकि किसी प्रकार का कोई नुकसान न पहंचे |साथ में ट्रेन, बस एवं अन्य समुदायिक जगहों पर भी माचिस या लाईटर का प्रयोग न करे | इस समय किसान भाइयो की गेंहू की फसल लगी हुई है | इन सभी के बचाव हेतु, घर में गीली मिटटी की पोताई और अग्नि शमन यंत्र यानि रेत पानी की व्यवस्था रखें| साथ में अग्नि शमन कार्यालय का नम्बर अवश्य रखें | सूती कपडे पहने, गर्मी में अच्छा रहेगा |शरीर में आग लगने पर दौड़े नहीं बल्कि जमीन में गोल-गोल घूमकर आग बुझाएं | अधिक जानकारी के लिए संपर्क नम्बर सुनील कुमार@9308571702.
Posted on: May 08, 2017. Tags: SONG SUNIL KUMAR VICTIMS REGISTER
बिहार का पहला भारतरत्न बिस्मिल्लाह खां संगीत विश्वविद्यालय खुलवाने में मदद करने की अपील...
मुज़फ्फरपुर (बिहार) से सुनील कुमार के साथ आज सामाजिक और सांस्कृतिक कर्मी अशोक भारती जुडे है ये बता रहे है कि बिहार में संगीत विश्वविद्यालय नहीं होने से यहाँ के विद्यार्थियों को संगीत की उच्च शिक्षा के लिए काफी समस्याओं का सामना करना पड़ता था इसके लिए तीन वर्ष पहले प्रयास किया गया जिसके बाद मंत्री विनय विहारी जी ने बिस्मिल्लाह खां संगीत विश्व विद्यालय की स्वीकृति दे दी थी जिसका बजट भी आ चुका है जगह भी उपलब्ध है इसके बाद भी अभी तक जिला अधिकारी धर्मेन्द सिंह से लगातार कहने के बावजूद भी संगीत विश्व विद्यालय के लिए कुछ नहीं किया जा रहा है. सभी सुनने वाले साथियों से वे अनुरोध कर रहे हैं कि इस जान आकांक्षा को मूर्त रूप देने में आप सभी मदद करें। सुनील@9308571702
Posted on: May 07, 2017. Tags: SONG SUNIL KUMAR VICTIMS REGISTER
साज़िशें सब सामने होती रहीं, थी खबर फिर भी रहे मदहोश हम...गजल
मालीघाट, जिला-मुजफ्फरपुर (बिहार) से सुनील कुमार, महेश कटारे सुगम की रचना सुना रहे है:-
साज़िशें सब सामने होती रहीं-
थी खबर फिर भी रहे मदहोश हम-
बेईमानों के बढ़ाये हौसले-
उनका ही करते रहे जयघोष हम-
बेच खाया हमने अपना स्वाभिमान-
मारते ही आये हैं आक्रोश हम...