अमेरिका ब्राजील इज़राइल चाहे हो इंग्लैण्ड...कोरोना पर कविता-

राजनांदगांव (छत्तीसगढ़) से विरेन्द्र गंधर्व कोरोना पर एक कविता सुना रहे हैं:
अमेरिका ब्राजील इज़राइल चाहे हो इंग्लैण्ड-
कोरोना के खातिर सबकी हालत रही है बैंड-
कल तक भारत विश्व गुरु था आज भी हालत वही है-
विदेशो को दवा भेजने की जिम्मेदारी भारत की रही है-
विदेशो की दवाओं की खेपें अविरल रहा है सेंड-
अमेरिका ब्राजील इज़राइल चाहे हो इंग्लैण्ड-
कोरोना के खातिर सबकी हालत रही है बैंड...

Posted on: Apr 12, 2020. Tags: CG CORONA POEM RAJNANDGAON SONG VICTIMS REGISTER VIRENDRA GANDHARV

का करबो कैसे करबो, कैसे के जनता ला बचाबो रे...कोरोना पर गीत-

कमल विहार, रायपुर (छत्तीसगढ़) से टिकाई दास धार कोरोना पर एक गीत सुना रहे हैं:
नरेंद्र मोदी अमित शाह करथे विचारा रे-
का करबो कैसे करबो-
कैसे के जनता ला बचाबो रे-
जितना जल्दी हो सके ता लॉक डाउन कराबो गा-
वैक्सीन अभी बने नहीं ता टेबलेट खवाबो गा-
का करबो कैसे करबो, कैसे के जनता ला बचाबो रे...

Posted on: Apr 12, 2020. Tags: CG CORONA RAIPUR SONG TIKAIDAS DHAR VICTIMS REGISTER

11 अप्रैल को जन्मे गीतकार और अभिनेता की कहानी...

राजनांदगांव (छत्तीसगढ़) से वीरेंद्र गंधर्व गायक कुंदन दास सैगल के बारे में बता रहे हैं, आज के दिन 11 अप्रैल 1904 को जालंधर में गायक कुंदन दास सैगल का जन्म हुआ था, वे अपने समय में गायक और अभिनेता रहे, उन्होंने कई फिल्मो में काम किया और गीत गाये| उनकी फिल्मो में माई सिस्टर, साह्जहाँ, देवदास जैसी फिल्मे शामिल हैं, उनके गाने आज भी सुने जाते हैं, सैजल नशे के अदि थे इस कारण वे अधिक समय तक दुनिया में नहीं रह पाये, और 42 वर्ष की उम्र में उनका निधन हो गया|

Posted on: Apr 11, 2020. Tags: CG RAJNANDGAON SONG STORY VICTIMS REGISTER VIRENDRA GANDHARV

न ये तोप के गोले रखते न बंदूक की गोलियां...कोरोना पर कविता-

राजनांदगांव (छत्तीसगढ़) से विरेन्द्र गंधर्व एक कविता सुना रहे हैं:
न ये तोप के गोले रखते न बंदूक की गोलियां-
यत्र तत्र सर्वत्र बिखरते स्वास्थ्य कर्मियों की टोलियाँ-
स्वास्थ्य कर्मी यदि पुरुष है तो वो वीर है-
यदि महिला है तो वीरांगना-
रोगी को निरोगी करने के लिये नींद भी पड़ा है त्यागना-
सैनिक रहते मैदानों में ये रहते अस्पतालों में-
न ये तोप के गोले रखते न बंदूक की गोलियां...

Posted on: Apr 10, 2020. Tags: CG CORONA POEM RAJNANDGAON SONG VICTIMS REGISTER VIRENDRA GANDHARV

नौ बजे के वक्त रात में, खो न देना बात बात में...कविता-

जिला-राजनांदगाँव (छत्तीसगढ़) से वीरेन्द्र गंधर्व एक कविता सुना रहे हैं:
नौ बजे के वक्त रात में-
खो न देना बात बात में-
मोमबत्ती दिये की रोशनी-
उज्जवल हो जिंदगी-
मोम बत्ती दिये की रोशनी हो-
उज्जवल निर्मल जिंदगी हो-
नौ पक्रमांक से लिप्त है मंगल...

Posted on: Apr 05, 2020. Tags: CG CORONA POEM RAJNANDGAON SONG VICTIMS REGISTER VIRENDRA GANDHARV

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