खाना से ज्यादा महंगा है पीने में...गीत-
कमल विहार, जिला-रायपुर (छत्तीसगढ़) से टिकई दास धार एक गीत सुना रहे हैं:
खाना से ज्यादा महंगा है पीने में-
मरने से ज्यादा दुःख हमें जीने में-
पीके शराब जब नशा में रहते हैं-
माँ बहन बेटियों को अपशब्द कहते हैं-
नशा के लत हो जाती है लड़ाई-
इतिहास में शराबियों का कही न है बढाई-
दर्द होता है माँ बाप के सीने में...
Posted on: Apr 16, 2020. Tags: CG RAIPUR SONG TIKAI DAS DHAR VICTIMS REGISTER
जाते नहीं हैं काम पर, कोरोना के नाम पर...कोरोना पर कविता-
राजनांदगाँव (छत्तीसगढ़) से विरेन्द्र गंधर्व कोरोना पर एक कविता सुना रहे हैं:
जाते नहीं हैं काम पर, कोरोना के नाम पर-
कोरोना, कोरोना-
बस यहाँ वहां कोहराम है-
पशु पक्षी तो आजाद विचरण कर रहे हैं-
किन्तु मनुष्य गुलाम है-
कोरोना के नाम पर आज कैसी सजा दे है-
आज हर कोई अपने घर में कैदी है...
Posted on: Apr 15, 2020. Tags: CG CORONA POEM RAJNANDGAON SONG VICTIMS REGISTER VIRENDRA GANDHARV
कोरोना मुक्त होने तक सबको है कष्ट सहना...कोरोना गीत-
कमल विहार, रायपुर (छत्तीसगढ़) से टिकई दास धार कोरोना पर एक गीत सुना रहे हैं:
लॉक डाउन के रहते सब दूर दूर रहना-
कोरोना मुक्त होने तक सबको है कष्ट सहना-
लॉक डाउन के रहते सब दूर दूर रहना-
अर्जी है मजदूरों से जो रोज कमाते खाते थे-
बिनती है बिखारियों से जो भीख मागते थे-
भूख कष्ट समय की मार सबको है सहना-
कोरोना मुक्त होने तक सबको है कष्ट सहना...
Posted on: Apr 15, 2020. Tags: CG CORONA SONG RAIPUR SONG TIKAIDAS DHAR VICTIMS REGISTER
बैसाखी के बाद आज अम्बेडकर जयंती...
राजनांदगाँव (छत्तीसगढ़) से विरेन्द्र बता रहे हैं कल 13 अप्रैल को हमने वैसाखी का त्यौहार मनाया था जो गेहूं के फसल के कटने की खुशी में सिक्ख धर्म के लोग मनाते हैं और आज 14 अप्रैल है आज के दिन भीमराव अम्बेडकर जयंती मनाई जाती है, अम्बेडकर संविधान निर्माता रहे, उन्होंने सभी को समानता का अधिकार दिलाया, जिससे आज सभी एक साथ रह सकते हैं, पढ़ लिख सकते हैं, इस आज के दिन उन्हें याद किया जाना चाहिये|
Posted on: Apr 14, 2020. Tags: CG RAJNANDGAON SONG STORY VICTIMS REGISTER VIRENDRA GANDHARV
कोरोना का रूप बनाया महामारी देश में आया...कोरोना गीत-
कमल विहार, रायपुर (छत्तीसगढ़) से टिकाई दास धार कोरोना पर एक गीत सुना रहे हैं:
कोरोना का रूप बनाया महामारी देश में आया-
कैसे प्रवेश की है देश में हमारा-
शहरो में मच गये हाहाकारा-
कितने लोग हमें छोड़ गये हैं-
हजारो मरीज बिस्तर में पड़े हैं-
शव को परिवार देख न पाया-
दुगना नित बढ़ रही बीमारी-
देश में संख्या घट रही हमारी-
कोरोना का रूप बनाया महामारी देश में आया...