बकरी का टीकाकरण करायें और बीमारी से बचायें...
मालीघाट, मुजफ्फरपुर (बिहार) से बकरी पालन समूह और सभी बकरी पालन करने वालो को बकरी के बीमार होने पर क्या करना चाहिये और कैसे रखना चाहिये इस विषय पर जानकारी देने के लिये कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया है जिसे सरला श्रीवास और अनीता कुमारी प्रस्तुत कर रही हैं|
जब बकरी बीमार पड़े तो उस समय पशु चिकित्सक से संपर्क करें, बीमार बकरी को दूसरे बकरियों से अलग रखें और नियमित टीका लगवायें जिससे बीमारी से बचाया जा सके|
Posted on: Dec 30, 2019. Tags: ANITA KUMARI BIHAR MUZAFFARPUR SARALA SHRIWAS SONG VICTIMS REGISTER
बकरी घर बनाये जिससे बीमारी और जानवरों से बचाया जा सके-
मुजफ्फरपुर (बिहार) से बकरी पालन समूह और सभी बकरी पालन करने वालो तक जानकारी पहुँचाने के लिये ये कार्यक्रम बनाया गया है, जिसे अनीता और सरला श्रीवास प्रस्तुत कर रही हैं, तो सभी श्रोता इस कार्यक्रम सुने और दूसरो को भी जानकारी दें जिससे लोग जागरूक हों और सही तरीके से बकरी पालन कर सकें और बकरियों की रोगथाम कर सके| इसके लिये आवश्यक है कि उसे सही तरीके से रखा जाये, रहने के लिये घर बनाया जाये, जिससे जानवरों और बीमारी से बचाया जा सकें|आइये जाने कैसे इस कार्यक्रम के माध्यम से...
Posted on: Dec 29, 2019. Tags: ANITA BIHAR MUZAFFARPUR SARLA SHRIVAS SONG VICTIMS REGISTER
सोते-सोते भूख लगी, खालो बेटा मुगफली...कविता-
खासपारा, जिला-सूरजपुर (छत्तीसगढ़) से श्रृष्टि एक कविता सुना रही हैं :
ऊपर पंखा चलती है, नीचे बेबी सोती है-
सोते-सोते भूख लगी, खालो बेटा मुगफली-
मूंगफली में दाना नहीं, हम तुम्हारे मामा नहीं-
मामा गये दिल्ली, दिल्ली से लाय बिल्ली-
बिल्ली मारी लात चल पड़ी बारात-
बारात में दो बच्चे मम्मी पापा अच्छे...
Posted on: Sep 05, 2019. Tags: CG POEM SHRISHTI SONG SURAJPUR VICTIMS REGISTER
लाला जी ने केला खाया...कविता-
ख़ास पारा, ग्राम-श्याम नगर, जिला-सूरजपुर (छत्तीसगढ़) से श्रृष्टि राजवाड़े एक बाल कविता सुना रही हैं :
लाला जी ने केला खाया-
केला खाकर मुह पिचकाया-
मुह पिचाकार कदम बढाया-
कदम के नीचे छिलका आया-
लाला जी फिर गिरे धडाम-
मुह से निकला हाय राम...
Posted on: Sep 02, 2019. Tags: CG POEM SHRISHTI RAJWADE SONG SURAJPUR VICTIMS REGISTER
स्वास्थ्य स्वर : चेचक बीमारी का घरेलू उपचार-
सागर (मध्यप्रदेश) से वैद्य अनंतलाल श्रीमाली चेचक बीमारी का घरेलू उपचार बता रहे हैं| हल्दी, लौंग और कत्था सभी को बराबर मात्रा में लेकर पीसकर लगायें| लाभ हो सकता है| दूसरा नीम की पत्ती को पीसकर लगाने से लाभ हो सकता है| जब चेचक की शुरुआत हो तब नीम के निंबोली को पानी के साथ पीसकर पिलाने से चेचक नहीं निकलती है| अधिक जानकारी के लिये संपर्क करें : अनंतलाल श्रीमाली@9179607522.