कहा भुलागे वीरा गोंडवाना के नव जवान कहा भुलागे...गोंडवाना गीत
ग्राम-देवरी, ब्लाक-प्रतापपुर, जिला-सूरजपुर (छत्तीसगढ़) से एक गोंडवाना गीत सुना रहे हैं:
कहा भुलागे वीरा गोंडवाना के नव जवान कहा भुलागे-
भूल गये अपन जाती पाती भूल अपन रिवाज-
अब ले तय नई समझल कैसे होएल समाज-
कहा भुलागे वीरा गोंडवाना के नव जवान कहा भुलागे-
भल अपन गढ़ गोत्र भूल गये अपन महल-
कहा भुलागे वीरा गोंडवाना के नव जवान कहा भुलागे...
Posted on: Dec 02, 2022. Tags: CG GONDWANA PRTAPPUR SONG SURAJPUR
गोंडवाना के नव जवान काहे भुलागे...गोंडवाना गीत-
ग्राम पंचायत-देवरी, ब्लाक-प्रतापपुर, जिला-सूरजपुर (छत्तीसगढ़) से कैलास सिंह पोया एक गोंडवाना गीत सुना रहे हैं:
गोंडवाना के नव जवान काहे भुलागे-
भुला के गये तय गढ़ गोती भुला के व्यस्था-
भुला के गढ़ गोत्र भुला गे व्यस्था-
माता-पिता का कहना ला नही माने-
तय काहे भुला गे बीरा गोंडवाना के नव जवान काहे भुलागे...
Posted on: Nov 30, 2022. Tags: CG GONDWANA PRTAPPUR SONG SURJAPUR
हामर जनम भुइयां ला बचावा दादा रे...गीत
ग्राम-पटपरहा, पोस्ट-जमुड़ी, जिला-अनुपपुर, (मध्यप्रदेश) से जागेश्वर परस्ते एक गोंडवाना गीत सुना रहे हैं-
बचावा दादा रे बचावा दाई वो बचावा दादा रे-
हामर जनम भुइयां ला बचावा दादा रे-
महतारी बरोबर ला बचावा दादा रे-
जंगल जल जमीन हमर गोंड अन के आय दादा पुरखन के आय-
जहाँ खेती होवय तहां पावर पलांट लगावय-
घर दुरा बेचागे बसे गाँव ले भगावय...
Posted on: Dec 19, 2021. Tags: ANUPPUR GONDWANA JAGESHWAR PARSTE MP PTPRHA SONG
वीरनारायण छत्तीसगढ़ के सोना खान वाला...गोंडवाना गीत-
ग्राम-कोट्या, पोस्ट-बलंगी, ब्लाक-वाड्रफनगर, जिला-बलरामपुर (छत्तीसगढ़) से गोंडवाना बाबू एक गोंडवाना गीत सुना रहें है :
वीरनारायण छत्तीसगढ़ के सोना खान वाला –
ये गोंडवाना के सपूत बेटा आदिवासी जानी वाला – जान देहे हमला मान देहे सहिद होगे गा-
ये काबरा घोड़ा वाला झन जाबे बन में गा-
परिसे जब अकाल गा इसन अचरा के छापा मा-
ये माखुर के टारा टोर के आना बेलेद निकाल...
Posted on: Dec 09, 2021. Tags: BALRAMPUR CG GONDWANA BABU GONDWANA SONG
जय आसिवासी जागा अपन देवता जागा...गोंडवाना गीत
गोंडवाना बाबु बीएस ग्राम-पटवा, पोस्ट-बलंगी, जिला-बलरामपुर (छत्तीसगढ़) से एक गोंडवाना गीत सुना रहें है:
जय आसिवासी जागा-
अपन देवता जागा-
ये बन्दरा घुरी बदरू-
मंती सुला गोरी सोरी-
मन के तिन गोरी-
मरकाम मन के चार गोरी...(183784) GT