यदि आजादी का निरंतर दुरूपयोग करते रहे तो आगे आने वाली पीढ़ी के लिए हम कुछ छोड़कर नहीं जाएंगे...
दिल्ली से राजेश कुमार पाठक, आज विश्व पर्यावरण दिवस है उसके बारे में जानकारी दे रहे है और बोल रहे है कि आज हमारा पर्यावरण कहाँ जा रहा है उसके लिए हमे चिंतन करने की जरुरत है | हम सब ने पशु पक्षियों की जमीने छीन ली | आदिवासियों की जमीने दिनों दिन छीनते जा रहे है हमारी जो पुरातन परम्पराए है वो अंधाधुंध औद्योगीकरण के कारण लुप्त होते जा रहा है और तो और हम लोग मूक जानवरों को चारा फल खिलाने के बजाय विस्फोटक सामग्री खिला रहे है, इस पर सोचने की जरूरत है | यदि आजादी का निरंतर दुरूपयोग करते रहे तो वो दिन दूर नहीं है जो आगे आने वाली पीडी है उसके लिए हम कुछ छोड़कर नहीं जायेंगे | हमारी पीडी एकदम दुर्गमता पूर्वक जीवन जीने के लिए विवश हो जाएगी इसलिए सीजीनेट के माध्यम से लोगो से निवेदन कर रहे है कि आइये और अपने पर्यावरण को बचाइए | संपर्क नम्बर@9350166110
Posted on: Jun 05, 2020. Tags: DELHI ENVIRONMENT DAY RAJESH PATHAK SONG VICTIMS REGISTER
पर्यावरण और वृक्ष हमारे वातावरण के मूल तंत्र है, उनकी देखभाल हम सब को मिलकर करना चाहिए...
दयाराम देवांगन, ग्राम पंचायत-कपिलदेवपुरी, तहसील और जिला-बलरामपुर (छत्तीसगढ़) से बता रहे है कि पर्यावरण और वृक्ष हमारे वातावरण के मूल तंत्र है, उसके बिना हम नहीं रह सकते | जैसे साइकिल एक चक्के से नहीं चलती वैसे ही हमारा पर्यावरण भी एक दूसरे से संबंध बनाये हुए है| पहले की तुलना में पेड़ पौधे बहुत कम है जंगल धीरे-धीरे हम काटते जा रहे है इसको नहीं रोका गया तो आने वाले समय में बहुत दिक्कत हो सकता है इसलिए हर व्यक्ति एक पेड़ जरुर लगाये उसकी देखभाल करे गाँव के सरपंच की तरह नहीं की बारिश के मौसम में पेड़ लगवाए और गर्मीं तक वो सूख जाये| खासकर पेड़ों में कोई भेद न करें की कोई पेड़ फलदार नहीं है तो नहीं लगायेगें ऐसा नहीं सोचना है | सभी पेड़ पर्यावरण के लिए उपयोगी है |