धरती के आंगले करो अरे भाग्यवान धरती के आंगले करो...मराठी कविता-
नगर पंचायत-भामरागड जिला-गडचिरोली महाराष्ट्र से प्रवीण पोडयामी कक्षा 4 में पढता है और मराठी भाषा में एक कविता सुना रहा है:
धरती के आंगले करो-
अरे भाग्यवान धरती के आंगले करो-
पेटा व् जावा सांगत जावा-
जानगनी कास गासी रान पाकरा-
नैना का जिम्मेदारी अरी बरी सरी बरी...
Posted on: Jun 11, 2020. Tags: BHAMRAGAD GADCHIROLI MH POEM PRAVEEN PODYAMI SONG VICTIMS REGISTER
मेरे पति रोज का काम करते हैं ,वो कही और फंसे हुए हैं मैं बच्चे के साथ दिक्कत में हूँ...कृपया मदद करें
मेरा नाम सुरेखा सजिमाने है. ग्वालियर, महाराजपुरा,चम्बल गेट, मध्यप्रदेश की रहने वाली हूँ , मेरे पति रोज का काम करते हैं , वो कही और फंसे हुए हैं , मैं मेरे बेटे के साथ रहती हूँ , किराये के घर पे रहती हूँ ,मैं यहाँ बहुत समस्या में हूँ ,कृपया मेरी मदद करें | मोबाइल नंबर 9589919775 है | (168944 ) NM
Posted on: Jun 01, 2020. Tags: MADYA PRADESH CORONA PROBLEM SONG VICTIMS REGISTER
रंग रांगला सान सानला गवत पुला रे गवत पुला...मराठी कविता-
नगर पंचायत भामरागड जिला गडचिरोली (महाराष्ट्र) से स्वाति प्रकाश कुड्यामी एक मराठी कविता सुना रही है:
रंग रांगला सान सानला गवत पुला रे गवत पुला-
हसा कसारे मलाल गेला सांगू तुजारे तुजा लड़ा-
मिश्रा संगे मारावर्ती पतंग बिनातलम-
तुला पायले गावतवर्ती जुतला ,जुतला उडातेसा-
मिश्रा नागेलु पतंग नेलु मिश्रणगेलु मिस्रालम-
पाव तुला सुन गेलु असा तुजारे रंग कला...
Posted on: May 25, 2020. Tags: BHMARAGADH GADHCHIROLI MH PEOM SWATI PRAKASH KUDYAMI
अरपा पैरी के धार, महानदी हे अपार...गीत-
ग्राम-भेड़ागढ़, जिला-कबीरधाम (छत्तीसगढ़) से विद्या नायक अपने सहेली के साथ एक गीत सुना रही हैं :
अरपा पैरी के धार, महानदी हे अपार-
इँदिरावती हा पखारय तोर पईयां-
महूं पांवे परंव तोर भुँइया-
जय हो जय हो छत्तीसगढ़ मईया...
Posted on: Jan 11, 2020. Tags: CG KABIRDHAM SONG VICTIMS REGISTER VIDYA NAYAK
दीपावली गीत : ये मालिक तेरे बन्दे, हम ऐसे हो हमारे करम...
ग्राम-बरेतीकला, ब्लाक-जवा, जिला-रीवा (मध्यप्रदेश) से दयासागर कुशवाहा एक दिवाली गीत सुना रहें है:
ये मालिक तेरे बन्दे, हम ऐसे हो हमारे करम-
नीति पर चले ओर वदी से तले, ताकि हँसते हुये निकले दम-
ये अँधेरा घाना छा रहा, तेरा इंशान घबरा रहा-
वो बुराई करें हम भलाई भरे, नही बदले की हो भावना-
दिया तुम हमें जब जन्म, तुही झेले गा हम सबके गम-
नीति पर चले ओर वदी से तले ताकि हँसते हुये निकले दम-
ये मालिक तेरे बन्दे हम येसे हूँ हमारे कर्म...