स्वास्थ्य स्वर : जड़ी बूटी से बुखार, पेट दर्द, सूजन, मलेरिया बीमारी का उपचार-
ग्राम पंचायत-बाकलुर, ब्लाक-बास्तानार, जिला-बस्तर (छत्तीसगढ़) से वैद्य भानुरत बता रहे हैं, वे बुखार, पेट दर्द, सूजन, मलेरिया बीमारी का जड़ी बूटी के माध्यम से ईलाज करते हैं, 5 साल से ईलाज कर हैं, ये विद्या उन्होंने अपने दादा से सीखा था, दिये नंबर पर जानकारी के लिये संपर्क कर सकते हैं| संपर्क नंबर@9424162622.
Posted on: Aug 20, 2021. Tags: BASTANAR BASTAR BHANURAT CG HEALTH
हमारे गांव में सीसी रोड की बहुत समस्या हैं, बरसात के दिनों में लोगों को आने जाने में बहुत दिक्कत हो
ग्राम-बैदरगुडा, कासिम पारा, ब्लाक-बीजापुर, जिला-बीजापुर (छत्तीसगढ़) से राकेश भंडारी बता रहे हैं, की उनके गांव के कासिम पारा में सीसी रोड की बहुत समस्या हैं, डेढ़ किलोमीटर दूर तक सीसी रोड नही बना हैं, 50 घर का बस्ती हैं, लोगों को बरसात के दिनों में आने जाने में बहुत दिक्कत होती हैं, इसके लिए उन्होनें सचिव सरपंच के पास आवेदन किये हैं लेकिन अभी तक कोई कार्यवाही नही हुआ हैं, इसलिए वे सीजीनेट साथियों से मदद की अपील कर रहें हैं की दियें गयें नंबरों पर बात कर समस्या का निराकरण कराने में मदद करें: सम्पर्क नंबर@8815052951. GT
Posted on: May 05, 2021. Tags: BIJAPUR PROBLEM RAKESH BHANDARI SISI ROD
करता हूँ मै तेरी चिंता...गीत-
औरंगाबाद, महाराष्ट्र से शुभम एक गीत सुना रहे हैं, जिसके बोल हैं, ” करता हूँ मै तेरी चिंता ” | अपने गीत, संदेश रिकॉर्ड करने के लिये 08050068000 पर मिस्ड कॉल कर सकते हैं| (AR)
Posted on: Mar 31, 2021. Tags: AURANGABAD MH SHUBHAN SONG
पर्यावरण सुरक्षा और वन औषधी संरक्षण के लिये प्रयास
ग्राम-दमकासा, जिला-कांकेर (छत्तीसगढ़) से निवासी शेर सिंह अचला पर्यावरण पर लिखते रहते हैं, लोगो को पर्यावरण की सुरक्षा, वन औषधी के संरक्षण पर के लिये जागरूक करते हैं, प्रतिवर्ष पर्यावरण दिवस के दिन प्रशिक्षण कार्यक्रम करते हैं| आईए कार्य को निरंतर करते आ रहे हैं| समय समय पर शहरो से प्रशिक्षण सस्थानों से लोग वहाँ पर आते हैं|
Posted on: Mar 12, 2021. Tags: BHAN SAHU CG KANKER STORY
वनांचल स्वर : गाँव के लोगो के लिये बांस का महत्व-
ग्राम-बाँगाचार, ब्लॉक-दुर्गुकोंदल, जिला-उत्तर बस्तर कांकेर (छत्तीसगढ़) से भारत भंडारी बता रहे हैं, उनके इलाके में बांस के पेड़ बहुत पाये जाते हैं, वहां के निवासी बांस का उपयोग टोकरी, सूपा आदि चीजे बनाने में करते हैं, बांस से घर के छप्पर बनाये जाते हैं| बांस घास प्रजाति का पौधा है। मछली पड़ने के लिये भी इसका उपयोग होता है| वर्षा के दिनों में उगने वाले नर्म बांस को सब्जी के लिये उपयोग किया जाता है| इस प्रकार से बांस का ग्रामीण जीवन में विशेष महत्व है|