पीड़ितों का रजिस्टर: आर्थिक सहायता की मदद चाइए
ग्राम: उचाकोड , जिला: नारायणपुर, राज्य: छत्तीसगढ़ के सुकराम तालाम बता रहे है कि वह 2008 से शांतिनगर, नारायणपुर में रह रहे है। उसने कहा कि जब नक्सलियों ने उसे मारने की योजना बनाई तो वह वहा से भाग करआया। अपने परिवार में तीन लोग रह रहे हैं। शुक्राम ने कहा कि उन्होंने अपनी जमीन पुराने गांव में छोड़ दी थी और अब गांव वाले खेती कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें सरकार से कोई आर्थिक मदद नहीं मिली है। इसलिए वे सीजीनेट के साथियों से अनुरोध कर रहे है की अधिकारियों से बात करके आर्धिक मदद दिलाने में मदद करें । संपर्क नंबर: 7585271964
Posted on: Feb 04, 2023. Tags: CG DISPLACED FINANCIAL MOIST NARAYANPUR REGISTER SUPPORT VICTIM
पीड़ितों का रजिस्टर:जमीन और माकन दिलाने में मदद करें
Posted on: Feb 04, 2023. Tags: CG DISPLACED HOUSE LAND MOIST NARAYANPUR REGISTER VICTIM
पीड़ितों का रजिस्टर:सरकारी नौकरी दिलवाने में मदद करें
ग्राम:चिन्नारी,पंचायत:चिन्नरी,थाना:जारा घाटी ,जिला: नारायणपुर,राज्य: छत्तीसगढ़ की बिरसा पोतायी (पिता जी का नाम: गुत्सान) बता रहे है की वे 2014 में नारायणपुर आए थे। उन्होंने कहा कि उनके छोटे भाई को नक्सलियों ने मार डाला। बिरसा पोथाई ने कहा कि जब बिरसा पोथाई काम कर रहे थे तो पुलिस ने उन्हें लाकर 4 महीने तक थाने में रखा, जिसके चलते उनके छोटे भाई को नक्सलियों ने मार डाला।इसलिए वे नारायणपुर आ गए। उन्हें मुआवजे के तौर पर 5 लाख रुपये मिले। सरकारी नौकरी नहीं मिलती। बिरसा पोथाई ने 8वीं तक पढ़ाई की। उन्होंने कहा कि उनके परिवार में कुल चार छोटी बहनें, मां और वह खुद हैं। बिरसा के पिता की मृत्यु हो गई। उनके पास राशन कार्ड है। बस पास के लिए आवेदन किया लेकिन अभी तक बस पास नहीं मिला। बिरसा पोथाई ने कहा कि उन्हें सरकार से घर की जमीन मिली और उसी जमीन पर अपना घर बनाया। उन्होंने कहा कि उनके चाचा के बेटे को दो महीने पहले नक्सलियों ने मार डाले थे इसलिए वे अपने पुराने गांव नहीं जाना चाहता था। उन्होंने कहा कि नक्सलियों का अभी भी डर है और इसलिए वे अपने पुराने गांव नहीं जाना चाहते हैं। बिरसा पोताई अपने परिवार का समर्थन करने के लिए सरकारी नौकरी करना चाहता है, इसलिए बिरसा पोटाई सिगिनेट के सहयोगियों से अनुरोध कर रहा है की अधिकारियों से बात करके उसे सरकारी नौकरी दिलवाने में मदद करें।
संपर्क व्यक्ति नंबर:9301409699.
Posted on: Feb 03, 2023. Tags: CG JOB KILLED MOIST NARAYANPUR ORCHHA REGISTER VICTIM
पीड़ितों का रजिस्टर :सरकारी नौकरी और मकान दिलाने में मदद करें
ग्राम पड़लिया, पंचायत:कुतुल, थाना: कूकराझोड़ ,ब्लॉक:ओरछा,जिला: नारायणपुर,राज्य: छत्तीसगढ़ की मानूराम वरदा बता रहे है की अब वे वर्तमान में गुडरी पारा (नारायणपुर ) में रह रहे है।
मनुराम ने बताया कि उनके बड़े भाई नक्सलियों के साथ काम करते थे और उनके भाई के नारायणपुर आने के बाद उनके परिवार को भी नक्सलियों ने नारायण के पास भेज दिये। नक्सलियों ने उनके परिवार को परेशान किया। उन्होंने बताया कि उनके परिवार में उनके बड़े भाई ,भाभी , मां और रहनू वरदा (विकलांग) रह रहे हैं। पिता और बड़े भाई की मौत हो चुकी है। वे 2017-18 में नारायणपुर आए थे। उन्हें सरकार से कोई मुआवजा नहीं मिला है। उन्होंने सरकारी नौकरी और एक घर के लिए आवेदन किया और अभी तक नहीं मिला। उसने कहा कि अब वह अपने पुराने गांव जाएगा तो नक्सली उसे मार देंगे, इसलिए वह नहीं जाना चाहता। उन्होंने कहा कि अगर उनके गांव में सीआरपीएफ का कैंप लगता है तो वह जा सकेंगे। इसलिए वे सीजीनेट के साथियों से अनुरोध कर रहे है की अधिकारियो से बात करके सरकारी नौकरी और मकान दिलाने में मदद करें। संपर्क व्यक्ति संख्या:8305352951
Posted on: Feb 03, 2023. Tags: CG JOB MOIST NARAYANPUR ORCHHA REGISTER VICTIM
पीड़ितों का रजिस्टर :जमीन दिलाने में मदद करें
ग्राम:इत्तावाड़ा , ग्राम पंचायत:अंदावाड़ा, ब्लॉक:ओरछा,थाना:ओरछा,
जिला:नारायणपुर,राज्य छत्तीसगढ़ की सोमारू जी ने कहा की वे 2017 नवंबर में गुदरी पारा(नारायणपुर) में रहने आये थे।22 दिसंबर 2017 को सोमारू जी ने समर्पण किया तो उन्हें पुलिस में नौकरी मिली,मुआवज़ा के तौर पर 10 हजार रुपये। उनके परिवार में पिता, बड़ी बहन, मां रहते हैं।अब वे गुदरी पारा (नारायणपुर)में रह रहे है। उन्होंने कहा कि उन्हें रहने के लिए घर या जमीन नहीं मिली।सोमारू ने कहा कि उसने जमीन के लिए कलेक्टर को आवेदन दिया था लेकिन जमीन नहीं मिली।इसलिए वे सीजीनेट के साथियों से अनुरोध कर रहे है की अधिकारियों से बात कर जमीन दिलाने में मदद करें।संपर्क व्यक्ति नंबर:7585157232———————————————————————————————————————-Village: Ittawada, Gram Panchayat: Andawada, Block: Orchha, Police Station: Orchha, Somaru ji of District: Narayanpur, State Chhattisgarh said that he had come to live in Gudri Para (Narayanpur) in November 2017. On December 22, 2017, Somaru ji surrendered and got a job in the police, Rs 10,000 as compensation. His family consists of father, elder sister, mother. Now he is living in Gudri Para (Narayanpur). He said that he did not get a house or land to live. Somaru said that he had applied for the land to the collector but did not get the land. So he is requesting the CGNET colleagues to help him get the land by talking to the authorities. Contact Person No:7585157232