किस किस को बताऊँ...गीत-
आम्बेडकर वार्ड, भामरागढ़, जिला-गढ़चिरोली (महाराष्ट्र) से रामणराव कुसराम कोरोना के कारण जो स्थिती आज है उसे गीत के माध्यम से सुना रहे हैं:
किस किस को बताऊ-
दर्द भरी ये कहानी-
ये मोदी क्या जाने-
अमीरों का है गरीबो का क्यों माने-
भूखे प्यासे नंगे पाव-
चलते मजदूर न धूप छाव... (AR)
Posted on: Jun 20, 2020. Tags: CORONA SONG GADCHIROLI MH MOHAN YADAV SONG VICTIMS REGISTER
गाँव के लोग पढ़े-लिखे नहीं है,सरकारी कर्मचारी बात नहीं सुनते,शिक्षा आगे बढ़े तो अच्छा होगा....
नगर पंचायत-भामरागड जिला-गडचिरोली (महाराष्ट्र) से कुई कोडापे बता रहे हैं ये पंचायत समीति के अध्यक्ष हैं बता रहे हैं कि लोग पढ़े-लिखे नही है जिसके कारण सरकारी कर्मचारी इनकी बात नहीं सुनते गाँव में सड़क आदि नहीं है सरकारी योजना लोगो को समय से नहीं मिलती जिसके कारण अभी भी आदिवासी समाज पीछे है अगर इनकी बाते लगातार सरकार तक पहुंचे सरकार के जो जिम्मेदार कर्मचारी है वो गाँव के विकास के बारे में सोंचे और शिक्षा को सम्पूर्ण रूप से आगे बढ़ाएं तभी गाँव का विकास हो सकता है:सम्पर्क नंबर @ 9404360052 (169965) CS
Posted on: Jun 20, 2020. Tags: BHAMRAGAD GADCHIROLI MH EDUCATION KUYI KODAPE
नाउनी सूची प्रभु कृस्ता से...मराठी गीत-
भामरागड, गढ़चिरोली (महाराष्ट्र) से लीला एक मराठी गीत सुना रही हैं:
नाउनी सूची प्रभु कृस्ता से-
अन्नादि लासुरी गाउ या-
गाउ रे सोते प्रभु कृस्ता से-
अन्नादि लासुरी गाउ या-
हाले लुईया, हाले लुईया-
इच्छी छी पीठी किटी महान... (AR)
Posted on: Jun 20, 2020. Tags: GADCHIROLI LEELA MH SONG VICTIMS REGISTER
उपजाऊ शक्ति कम होती है इसलिये जैविक खाद का उपयोग करना शुरू कर रहे हैं...
गजानंद बता रहे हैं कि वे खेती करते हैं, वे खेती के हल और बैल का उपयोग करते हैं, खेती में उपज के उरिया का उपयोग करते हैं, अब धीरे धीरे राशायानिक खाद का उपयोग कम कर रहे हैं और दूसरो को भी इसके बारे में जानकारी देते हैं, राशायानिक खाद से भूमि की उपजाऊ क्षमता कम होती है और मिट्टी कड़ी होती है, ऐसे उपज का उपयोग करने से तरह तरह की बीमारी होती है, इसलिये अब वे जैविक खाद का उपयोग वापस से करने लगे है| (AR)
Posted on: Jun 20, 2020. Tags: GADCHIROLI KANHAIYALAL KEWAT MH SONG STORY VICTIMS REGISTER
हम सिहाड़ी बीज उबालकर खाते है<उसके जड़ से रस्सी बनाते हैं...माड़िया भाषा
नगर पंचायत-भामरागड जिला-गडचिरोली (महाराष्ट्र) से संतोष परसा सिहाड़ी बीज के बारे में बता रहे हैं सिहाड़ी बीज जंगल में मिलता है ये एक साल गैफ करके फलता है इसका फल छोटा-छोटा फल होता है कच्चा खाने से कडुआ लगता है इसे बीन कर लाते है लाकर उबालकर या भूँजकर भी खाते हैं इसके जड़ का रस्सी बनाया जाता है जिससे देन्दु पत्ती बाँधते है इसका रस्सी मजबूत होता है और भी काम आता है:संपर्क नम्बर @9423534885 (170027) CS