उपजाऊ शक्ति कम होती है इसलिये जैविक खाद का उपयोग करना शुरू कर रहे हैं...
गजानंद बता रहे हैं कि वे खेती करते हैं, वे खेती के हल और बैल का उपयोग करते हैं, खेती में उपज के उरिया का उपयोग करते हैं, अब धीरे धीरे राशायानिक खाद का उपयोग कम कर रहे हैं और दूसरो को भी इसके बारे में जानकारी देते हैं, राशायानिक खाद से भूमि की उपजाऊ क्षमता कम होती है और मिट्टी कड़ी होती है, ऐसे उपज का उपयोग करने से तरह तरह की बीमारी होती है, इसलिये अब वे जैविक खाद का उपयोग वापस से करने लगे है| (AR)