पूर्व प्रधनमंत्री राजीव गाँधी के पुन्य तिथि पर संदेस
राजनांदगांव, छत्तीसगढ़ से वीरेंद्र गंधर्व 21 मई को पूर्व प्रधनमंत्री राजीव गाँधी के पुन्य तिथि पर संदेस दे रहे हैं, 21 मई 1991 को राजीव गाँधी की हत्या कर दी गयी थी| इसके लिये मानव बम का प्रयोग किया गया था| उन्होंने देश में कम्प्यूटर, टेक्नोलॉजी लाने के लिये प्रयास किया| इस दिवस को आतंकवाद विरोधी दिवस के रूप में मनाया जाता है| 21 मई को विश्व संस्कृति विविधता दिवस भी मनाया जाता है|
Posted on: May 21, 2021. Tags: CG RAJNANDGAON VIRENDRA GANDHRAV
कब तक बोझ यूं ढोना है, कोरोना को रोना है...कोरोना पर कविता-
छत्तीसगढ़ राजनांदगांव से वीरेंद्र गन्धर्व कोरोना समस्या पर एक कविता सुना रहे हैं:
गाँव गली और शहर में शक-
पुरुषों के बीच शक-
महिलाओं के बीच शक-
ऐसा चलेगा कब तलक-
कब तक बोझ यूं ढोना है-
कोरोना को रोना है-
सर्दी खांसी ज्वर नहीं है-
सांस लेना दूभर नहीं है-
फिर भी दूरी निहित है-
हाथ मिलाकर गले लगाकर-
नहीं दिखाना प्रीत है...
Posted on: Jun 08, 2020. Tags: CORONA SONG RAJNANDGAON CG SONG VICTIMS REGISTER VIRENDRA GANDHRAV
डाक्टर नर्सो की महिमा बड़ी...कोरोना गीत-
राजनांदगांव (छत्तीसगढ़) से वीरेन्द्र गंधर्व आज के समय पर एक गीत सुना रहे हैं :
डाक्टर नर्सो की महिमा बड़ी-
चेक करलो घड़ी दो घड़ी-
ये तो सदियों से है एक माला-
सेवाओं की झोंके लड़ी-
चेक करलो घड़ी दो घड़ी-
मुक्ति रोगों से देने को ये-
योद्धा की भाति खड़े...
Posted on: May 27, 2020. Tags: CG CORONA SONG SONG VICTIMS REGISTER VIRENDRA GANDHRAV
दुल्हिन बर पतरी नहीं बजनिया बर थाली...कहावत-
जिला-राजनांदगांव (छत्तीसगढ़) से विरेन्द्र गंधर्व कहावत के माध्यम से संदेस दे रहे हैं जैसे
दुल्हिन बर पतरी नहीं बजनिया बर थाली अर्थात योग्य व्यक्ति को अधिकारों से वंचित कर देना और अयोग्य को अधिकार प्राप्त हो जाना, आज के समय में कुछ ऐसा ही हो रहा है, योग्य व्यक्ति मारे मारे फिर रहे हैं और अयोग्य व्यक्ति चापलूसी करके अच्छे पद पर जा रहे है और योग्यता नहीं होने के कारण कुछ कर नहीं पा रहे हैं|
Posted on: Mar 18, 2020. Tags: CG RAJNANDGAON SONG VICTIMS REGISTER VIRENDRA GANDHRAV
मदद करने से आशीर्वाद मिलता है और परिश्रम से सफलता...
एक समय की बात है एक बुजुर्ग शक्कर लेकर अपने घर जा रहे थे, तभी पन्नी फट गई और शक्कर गिर गया, सौभाग्य से शक्कर साफ जगह पर गिरी तो वे उसे इक्कट्ठा करने लगे, उसी समय दो लड़की आई उसमे से एक ने उनकी मदद की और दूसरी खड़ी रही, जिससे बुजुर्ग खुश हो गये और उन्होंने लड़की को वर दिया कि तुम्हे अच्छा वर मिले कुछ साल बाद उसकी अच्छी जगह शादी हो गयी, फिर दोबारा लड़की उन बुजुर्ग से मिली और उन्हें बताया आपके कहे अनुसार मुझे अच्छा वर मिल गया है और मै अच्छे रह रही हूँ, इस तरह वर उसे ही मिलता है जो मदद करता है और सफलता उसे मिलती है जो लगन से परिश्रम करता है|