लॉक डाउन होने से लोग घर से नहीं निकल पाते, राशन दिलाने की अपील...
ग्राम-छिपिया, पोस्ट-कोटा, जिला-रीवा (मध्यप्रदेश) से सुकन्या देवी बता रही हैं कोरोना के कारण देश में लॉक डाउन है, जिसके कारण लोग घर से नहीं निकल सकते हैं, गाँव में लोगो को खाने के लिये राशन की आवश्यकता है इसलिये वे सरकार से निवेदन कर रही हैं कि उनके के लिये राशन की व्यवस्था करायें जिससे निवासी जीवन यापन कर सकें : संपर्क नंबर@8516047101.
Posted on: Mar 31, 2020. Tags: MP PROBLEM REWA SONG SUKANYA DEVI VICTIMS REGISTER
कोरोना वायरस से बचने के लिये...गीत-
ग्राम-छिपिया, पोस्ट-कोटा, जिला-रीवा (मध्यप्रदेश) से सुकन्या देवी एक गीत सुना रही हैं:
कोरोना वायरस से बचने के लिये-
बस एक उपाय है बहना-
मम्मी पापा, भाई बहना-
घर पे सभी रहो-
कोरोना बैर से बहोत खतरे को-
सरकार द्वारा नियम अच्छा सुरक्षा जनता का है...
Posted on: Mar 29, 2020. Tags: MP REWA SONG SUKANYA DEVI VICTIMS REGISTER
कोरोना वायरस के कारण घर से नहीं निकल पा रहे हैं, राशन उपलब्ध कराने की अपील...
ग्राम-छिपिया, पोस्ट-कोटा, जिला-रीवा (मध्यप्रदेश) से सुकन्या देवी बता रही हैं कोरोना वायरस के कारण पूरा देश बंद है, घर से बाहर नहीं निकलना है, जिससे कोरोना वायरस से बचाव हो सके, इसी बीच लोगों को प्रतिदिन की अवश्यक चीजो नहीं मिल पा रही हैं, लोगो को राशन नहीं मिल रही हैं जिससे जीवन यापन में समस्या आ रही है इसलिये वे सीजीनेट के माध्यम से संदेस दे रही हैं कि सरकार एसी व्यवस्था करे जिससे लोगो को खाने पीने की चीजे उपलब्ध हो सकें और सभी इस समस्या के समय अपना सहयोग देश हित में कर सकें| संपर्क नंबर@8516047101.
Posted on: Mar 26, 2020. Tags: CORONA MP PROBLEM REWA SONG SUKANYA DEVI VICTIMS REGISTER
संगठन बनाओ घबड़ाओ मत...गीत-
ग्राम-छिपिया, पोस्ट-कोटा, जिला-रीवा (मध्यप्रदेश) से सुकन्या एक गीत सुना रहे हैं:
संगठन बनाओ घबड़ाओ मत-
अधिकार मिला है ठुकराओ मत-
संगठन बनाओ घबड़ाओ मत-
तीन सूत्र है राव भीम की-
तुम पायो रे-
सिक्षा संगठन और संघर्ष बढाओ-
आगे बढ़ पाओगे युही...
Posted on: Mar 16, 2020. Tags: MP REWA SONG SUKANYA VICTIMS REGISTER
धरती बांटे सागर बांटे मत बांटो इंशान को...गीत-
ग्राम-छिपिया, जिला-रीवा (मध्यप्रदेश) से सुकन्या एक गीत सुना रही हैं:
मंदिर मस्जिद बाँट लिया भगवान को-
धरती बांटे सागर बांटे मत बांटो इंशान को-
अभी राह तो शुरू हुई है मंजिल थोड़ी दूर है-
उजेलो महलो बंधुओ हर दीपक का मजबूर है-
मिला न सूरज का संदेसा हर घर मैदान को-
मंदिर मस्जिद बाँट लिया भगवान को...