हुल तलैये मेया मिने हयो यायो मा वायो दादा...गोंडी गीत-
ग्राम-रानीबहार, पंचायत-छिंदगढ़, जिला-बस्तर (छत्तीसगढ़) से सक्षी, शंतू, मोगी एक गोंडी गीत सुना रहे हैं:
हुल तलैये मेया मिने हयो यायो मा वायो दादा-
निमा वायो निमा नानो
हयो यायो मा निमा दादा-
वय दंकी गुड़ कायो वयो मिन्दे-
हुल तलैये मेया मिने हयो यायो मा वायो दादा-
निमा वायो निमा नानो...
Posted on: Aug 02, 2021. Tags: BASTAR CG GONDI SAKSHI SONG
सड़क बनवाने को लेकर आश्वासन मिला लेकिन कोई कारवाही नहीं हुई...
रायपुर (छत्तीसगढ़) से साक्षी बता रही हैं उन्होंने सीजीनेट से एक सन्देश उठाया था जो सुकमा जिले से पेंदाकुर्ती गाँव से सड़क की समस्या को लेकर था सड़क नहीं होने से लोगो को दिक्कत होती है इस संबंध में उन्होंने शिकायत कर्ता से बात किया और जानकारी लिया उसके बाद सचिव से बात किये जिस पर सचिव काम कराने को लेकर आश्वासन दिये, उसके बाद दोबारा 5 मार्च को बात करने से पता चला उस पर कोई कार्यवाही नहीं हो रही है, उसके बाद 24 मार्च को संपर्क करने की कोशिश किया लेकिन संपर्क नहीं हो पाया, इस प्रकार से उन्हें सही जानकारी नहीं मिली है गुमराह किया जा रहा है, लेकिन प्रयास जारी है|
Posted on: Apr 09, 2020. Tags: CG RAIPUR SAKSHI SONG STORY VICTIMS REGISTER
बेटियों का भाग्य मईया, ये तूने कैसा बनाया है : गीत-
ग्राम-पंडरी, जिला-रीवा (मध्यप्रदेश) से साक्षी यादव एक गीत सुना रहे हैं :
बेटियों का भाग्य मईया, ये तूने कैसा बनाया है-
सीता जैसे बेटी को रावण ने सताया है-
उनके पति ने उनको जंगल घुमाया है-
कौशल्या जैसे बेटी को कुभकर्ण ने सताया है-
उनके पति ने उनको प्यार का प्याला पिलाया है-
बेटियों का भाग्य मईया ये तूने कैसा बनाया है...
Posted on: Sep 25, 2019. Tags: CG REWA SAKSHI YADAV SONG VICTIMS REGISTER
हम नन्हे मुन्हें हो चाहे पर नहीं किसी से कम...बाल गीत
ग्राम-सीतापार, जिला-बालाघाट (मध्यप्रदेश) से साक्षी मर्सकोले एक गीत सुना रही हैं :
हम नन्हे मुन्हें हो चाहे पर नहीं किसी से कम-
आकाश तले जो फूल खिले वो फूल बनेंगे हम – बादल के घेरे से कोरो के घेरे से-
भयभीत नहीं होंगे घनघोर अँधेरे से-
हम सूरज भी हम दीपक भी हमें तू न समझो सबनम...
Posted on: Jun 09, 2017. Tags: SAKSHI MARSKOLE SONG VICTIMS REGISTER
हिन्दी तुझे शत-शत नमन....हिन्दी पर गीत
ग्राम-नोवडिया,जिला-रीवा (म.प्र.) से साक्षी पटेल हिन्दी पर एक गीत सुना रही हैं :
माँ अक्षरा हमे हितमय हिन्दी तुझे शत-शत नमन-
हित सम परी बोधि तेरे बिना संबोधना अनभुतियो पर शोध हैं-
तू काली चिंतन की कला तू शब्द हैं तू ही हिन्द-
हिन्दी तुझे शत-शत नमन...
चन्द रूपक से बनी तू शिल्प की अलकापुरी-
आरोहिणी अब रोहिणी तू ही धरती बासुरी-
रक्त से गुनगीत हुई सारी सुरक्षा सारा गगन-
हिन्दी तुझे शत-शत नमन...
तू लक्षिणा अभिवंजना अविरा मधुर मृगभाषिणी-
तू सोपियो की लाडली तू उर्वशी तू कामायनी-
साकेत भारत भारती गोदान तू,तू ही गगन-
हिन्दी तुझे शत-शत नमन.