पिंजड़े के तोते से बोली छत पर बैठी मैना...बाल कविता-
ग्राम-बेदमी, जिला-सूरजपुर (छत्तीसगढ़) से प्रतिमा यादव अपने सखियों के सांथ एक कविता सुना रही हैं :
पिंजड़े के तोते से बोली छत पर बैठी मैना-
बड़े मजे से तुम रहते हो, बोलो ये-
बैठे बैठे मिल जाते हैं भाती-भाती के व्यंजन-
कास मुझे भी मिल पता इस पिंजड़े का जीवन-
भोजन और जल की तलास में हम दिन रात भटकते...