किसान स्वर: जैविक खेती से स्वास्थ्य अच्छा रहता है पर हम सब रासायनिक खाद उपयोग करते हैं...
सीजीनेट जन पत्रकारिता यात्रा आज ग्राम-भुरभुसी, पंचायत-जबेली, पोस्ट-तेकामेटा, तहसील-पखांजूर, जिला-उत्तर बस्तर कांकेर (छत्तीसगढ़) पहुँची है वहां से अमर मरावी को गाँव के किसान रैनू राम कोला बता रहे हैं कि उनके गाँव (क्षेत्र) में सबसे अधिक धान की खेती करते हैं इस खेती की शुरुआत जुलाई महीने से होती है, इसमें वे समय-समय पर कम्पोस्ट खाद, डी.ए.पी. यूरिया, पोटाश आदि देते हैं| कीटनाशक 2-4-D का छिडकाव भी करते हैं, जिससे किसी भी तरह का कीट नही लगते हैं, यद्यपि इस क्षेत्र में अधिकतर किसान अभी रासायनिक खाद का उपयोग करते है पर वे कह रहे हैं कि जैविक खाद में अधिक पोषक तत्व होने के कारण इसे खाने में भी स्वाद और शरीर स्वास्थ्य को वह भोजन अधिक ताकत प्रदान करता है...
Posted on: Sep 04, 2018. Tags: AGRICULTURE CG KANKER KISAN SWARA PAKHANJUR RAINURAM KOLA SONG VICTIMS REGISTER
किसान स्वर: कम खर्च में अच्छी खेती कर हम किसान उन्नत और खुशहाल स्थिति तक पहुँच सकते है...
झाबुआ (मध्यपदेश) से संदीप बैरागी बता रहे हैं, हम अक्सर पढ़ते है हमारा देश सोने की चिड़िया अर्थात संपन्न और खुशहाल हुआ करता था, जिसका कारण है किसान, हमारे देश में मसाला बहुत मात्रा में उत्पादन होता था, जिसे विदेशो में बेचा जाता था, जिसके अच्छे दाम मिलते थे, लेकिन धीरे-धीरे विदेशी कंपनियों ने एकाधिकार कर देशी उद्योग को खत्म कर दिया, जिसके परिणामस्वरुप आज किसान बेहाल है, किसान आज अपनी खेती अपनी मर्जी से नही कर रहा है, दवाई कम्पनियो के चंगुल में फस चुका है, दवाई कम्पनियों के एजेंट आते हैं, और अपनी दवाई का प्रचार कर बेचते हैं, इसलिए वे सभी से अनुरोध करते हुए कह रहे हैं कि हम ऐसी खेती करें, जिसमे कम खर्च पर अच्छी खेती हो तभी हम उन्नत और खुशहाल हो सकते हैं, आज हमें आत्म निर्भर होने की आवश्यकता है : बैरागी@8817049109.