ऐन्देर पोपा ऐंदेर पोपाल भयो में देरकाय...कुडुक गीत
ग्राम-गोरठी, पंचयात-जलावन, प्रखंड-चैनपुर, जिला-गुमला (झारखण्ड) से रेनुका बाड़ा, प्यारी मिंज और जयंती कुजूर कुडुक भाषा में एक गीत सुना रहे है:
ऐन्देर पोपा ऐंदेर पोपाल भयो में देरकाय-
हाय बगचो गने लेखे लौकर के बारा लाय लागतय-
बाबा बाग जोग ले लेखे लौकर के बारा लाय लागतय-
ऐन्देर पोपा ऐंदेर पोपाल भयो में देरकाय...
Posted on: Jul 08, 2018. Tags: JAYANTI KUJUR KUDUK SONG PYARI MINZ RENUKA SONG VICTIMS REGISTER
सिंडी फुले रुनु झुनू गोंगरा रे फुले छतना...भजन गीत
ग्राम-बेन्दोरा, प्रखंड-चैनपुर, जिला-गुमला (झारखण्ड) से प्रबिला तिग्गा और सुखवंती कुजूर एक भजन गीत सुना रही हैं:
सिंडी फुले रुनु झुनू गोंगरा रे फुले छतना-
भाला रे हो रे हो सिंडी फुले रुनु झुनू-
जा तोरे छोट भईया तोरइयो लनाबे हायरे हाय-
सातो भईया लागिन सोभय सिंडी फुले रुनु झुनू-
गोंगरा रे फुले छतना सिंडी फुले रुनु झुनू-
सिंडी फुले रुनु झुनू गोंगरा रे फुले छतना...
Posted on: Jul 08, 2018. Tags: PRABILA TIGGA SONG SUKHVANTI KUJUR VICTIMS REGISTER
गाँव में जिनके पास बांस पेड़ नहीं है उनको बाकी लोग मुफ्त में घर बनाने के लिए बांस देते हैं...
ग्राम-कातिक, पोस्ट-टोंगो, थाना-चैनपुर, जिला-गुमला (झारखण्ड) से राजेश कुजूर बता रहे है कि उनके गांव में ज्यादातर लोग अपने बाड़ी में बांस के पौधे लगाते है, गांव में अधिकतर कच्चे मकान है, उसका छप्पर बनाने के लिए वे लोग बांस का उपयोग करते है| इसके लिए वे बांस को बत्ते के लिए उपयोग करते है उसके ऊपर खप्पर लगाते है, गांव में सभी के घर में बांस नही होता है, इसलिए जिनके पास नही होता हैं उन्हें सहयोग के रूप में बिना किसी शुल्क लिए उपयोग करने के लिए देते है, गांव के लोग बांस को बेचते नही है, वे केवल अपने जरूरतों को लिए बांस लगाते है| राजू राणा@6361286094.
Posted on: Jul 03, 2018. Tags: GUMLA RAJESH KUJUR SONG STORY VICTIMS REGISTER
5 साल पहले रेल्वे लाइन बनाने हमारी जंगल पट्टे की ज़मीन ले ली, अब तक मुआवजा नहीं दिया...
ग्राम-दमदम, पोस्ट-कोटमी, तहसील-पेंड्रा, जिला-बिलासपुर (छत्तीसगढ़) से राजेन्द्र कुजुर बता रहे है, वर्ष 2013-14 से पेंड्रा रोड़ से गेवरा रोड़ रेलवे लाईन का काम जारी है, पटरी बिछाई जा रही है, जिसमे गाँव के 14-15 किसानों का वन भूमि का पट्टा है जो रेल लाईन में जा रही है, जमीन का मुआवजा अभी तक नही दिया है, जबकि काम पूरा होने वाला है. कुछ दिनों पूर्व गाँव में रेल का काम करने वाली मशीने आई थी, जिसका ग्रामीणों द्वारा एकता बना कर विरोध किया गया, फलस्वरूप वह वापस चली गई.प्रभावितों की मांग है, जब तक मुआवजा नही देंगे तब तक काम बंद करे. राजेन्द्र कुजुर@8225009006
Posted on: May 26, 2018. Tags: RAJENDRA KUJUR SONG VICTIMS REGISTER
सुना-सुना-सुना तो भाई मान सुना...सादरी भाषा में आदिवासी जागृति गीत-
ग्राम-मलिडीही, ब्लाक-राजगंगापुर, जिला-सुन्दरगढ़, उड़ीसा से महेश कुजूर बता रहे हैं कि हम आदिवासी पहाड़, जंगल, पर्वत में रहते है | हमको हमारे हक अधिकारी को जानना है और हम आदिवासी है इसलिए लोग हमे नीचा समझते है और जितना भी रोजगार करके पैसे कमाते है उसको नशा पान में ख़तम कर देते है | जिसके कारण हमारा आदिवासी समाज डूब रहा है |सादरी भाषा में गीत के माध्यम से बता रहे हैं:
सुना-सुनो-सुना तो भाई मान सुना-
सुना बहिन मान सुना-
हमर समाज डूबियो जाथे धीरे-धीरे-
अब हम असवर जाये जमीन भिलाये – जमीन बेचीया दे थाय-
कुपा धरी आय जे काम धीरे-धीरे...