गाँव में जिनके पास बांस पेड़ नहीं है उनको बाकी लोग मुफ्त में घर बनाने के लिए बांस देते हैं...
ग्राम-कातिक, पोस्ट-टोंगो, थाना-चैनपुर, जिला-गुमला (झारखण्ड) से राजेश कुजूर बता रहे है कि उनके गांव में ज्यादातर लोग अपने बाड़ी में बांस के पौधे लगाते है, गांव में अधिकतर कच्चे मकान है, उसका छप्पर बनाने के लिए वे लोग बांस का उपयोग करते है| इसके लिए वे बांस को बत्ते के लिए उपयोग करते है उसके ऊपर खप्पर लगाते है, गांव में सभी के घर में बांस नही होता है, इसलिए जिनके पास नही होता हैं उन्हें सहयोग के रूप में बिना किसी शुल्क लिए उपयोग करने के लिए देते है, गांव के लोग बांस को बेचते नही है, वे केवल अपने जरूरतों को लिए बांस लगाते है| राजू राणा@6361286094.