रंग से रंग मिलाकर,चलो खुशी में सराबोर हो जाएं...
रंग से रंग मिलाकर,चलो खुशी में सराबोर हो जाएं
प्रेम के दो मीठे गीत गाकर , चलो होली मनाएं
अबीर गुलाल उड़ाकर, चलो आसमां रंग आएं
हाथों में हाथ मिलाकर, चलो होली मनाएं
मीठे में नमकीन का तड़का लगाकर, चलो जश्न मनाएं
चार दीवारी से बाहर निकलकर, चलो होली मनाएं
पानी में रंग का नशा घोलकर, चलो आज मदहोश हो जाएं
यारों की टोली लेकर गली-गली, चलो होली मनाएं
ढोल, नगाड़े से ठुमके की ताल मिलाकर, चलो रंगीन हो जाएं
शर्म लिहाज के सारे बंधन तोड़कर, चलो होली मनाएं
मस्ती में जोश का स्वाद भरकर, चलो आज आनंद में डूब जाएं
उम्र की सीमाओं को तोड़कर, चलो होली मनाएं
चलो होली मनाएं , चलो खुशियां मनाएं…
Posted on: Mar 17, 2014. Tags: KM Yadav
वो गणतंत्र था, आज भ्रष्ट्रतंत्र है !
एक और गणतंत्र
फिर से वही तिरंगा
कुछ भाषण और कुछ गीत
एक दिन का जोश और उमंग
अधूरे वादे और क्षूठे अहंकार का प्रदर्शन
सड़को पर पिछलग्गू भीड़ का जमावड़ा
सफ़ेद चादरों में लूटेरे मन की बर्बर शालीनता
बदबूदार ख़ददरों से नैतिकता की ढोंगी महक
मंडी में बिकता देश का धर्म और ईमान
पैरो तले कुचलता देश का सम्मान
1950 कल था, आज 2014 है
वो गणतंत्र था, आज भ्रष्ट्रतंत्र है
कल का लोकतंत्र एक सवेरा था
आज एक मरा हुआ लोकतंत्र है
आज एक मरा हुआ लोकतंत्र है
Posted on: Jan 26, 2014. Tags: KM Yadav
निर्भया निर्भया निर्भया !
वो मंजर भूलता नहीं इन
दिल में सिसकियाँ उठती है
अब तो हर आहट डराती है
दिल्ली अब शैतानी लगती है
न चाह के भी अपनी रूह छुपानी पड़ती है
अपनों से भी अब दूरी बनानी पड़ती है
हम सब में एक निर्भया बसती है
हम सब में एक निर्भया बसती है
Posted on: Dec 16, 2013. Tags: KM Yadav
झाड़ू झाड़ू झाड़ू रे...
झाड़ू झाड़ू झाड़ू रे
झाड़ू झाड़ू झाड़ू रे
अरविन्द हो गया रण वीर वे
आप बन गयी तकदीर वे
झाड़ू झाड़ू झाड़ू रे
झाड़ू झाड़ू झाड़ू रे
शीला बन गयी डस्टबिन वे
दिल्ली हो गयी क्लीन वे
झाड़ू झाड़ू झाड़ू रे
झाड़ू झाड़ू झाड़ू रे
राहुल न ला पाया जीत वे
कांग्रेस लुट गयी हर मोड़ वे
झाड़ू झाड़ू झाड़ू रे
झाड़ू झाड़ू झाड़ू रे
आम आदमी हो गया क्रांतिवीर वे
देश देखेगा इंक़लाब की तस्वीर वे
झाड़ू झाड़ू झाड़ू रे
झाड़ू झाड़ू झाड़ू रे
झाड़ू रे झाड़ू रे झाड़ू रे …
Posted on: Dec 11, 2013. Tags: KM Yadav
अतुल्य भारत की अतुल्य गाथा...
अतुल्य भारत की अतुल्य गाथा
बलात्कार के अलावा और कुछ नहीं आता
सबको सिर्फ बलात्कार ही भाता
पिता बलात्कारी
नाना बलात्कारी
मामा बलात्कारी
चाचा बलात्कारी
नेता बलात्कारी
मंदिर का पुजारी बलात्कारी
मस्जिद का मौलवी बलात्कारी
स्कूल का अध्यापक बलात्कारी
कालेज का प्रिंसिपल बलात्कारी
कचहरी का वकील बलात्कारी
कोर्ट का न्यायधीश बलात्कारी
थाने का दरोगा बलात्कारी
अभिनेता बलात्कारी
सांसद बलात्कारी
विधायक बलात्कारी
पत्रकार बलात्कारी
सन्यासी बलात्कारी
बाबा बलात्कारी
योगी बलात्कारी
जोगी बलात्कारी
दोस्त बलात्कारी पड़ोसी बलात्कारी
अजनबी बलात्कारी
कारोबारी बलात्कारी
कर्मचारी बलात्कारी
अधिकारी बलात्कारी
हर तरफ बलात्कारी