कुत्ता और शेर
श्रोताओं, सीजीनेट पर आप सुन रहे हैं सहकार रेडियो के कार्यक्रम बाल चौपाल में कहानी ” कुत्ता और शेर “। इस कहानी को लिखा है लेव तोलस्तोय ने | बरनाला, पंजाब से साथी गुरदास ने इसका वाचन किया है। ये कार्यक्रम सहकर रेडियो के यू ट्यूब चैनल से लिया गया है|
Posted on: Aug 02, 2023. Tags: BAAL CHUPAL SAHKAR RADIO
नया - नया वैकल्पिक मीडिया अब आई है भाई...गीत -
मालीघाट, मुजफ्फर (बिहार) से सुनील कुमार अपना रेडियो गीत सुना रहे हैं:
नया – नया वैकल्पिक मीडिया अब आई है भाई-
समझ बूझ लो इसको भईया होगी बहुत भलाई-
तुम अपनी बात रखोगे होय-
लोग फिर सभी सुनेगे-
नया – नया वैकल्पिक मीडिया अब आई है भाई...
Posted on: Jul 12, 2023. Tags: BIHAR SONG SUNIL KUMAR
बाल चौपाल : आँगन में बातचीत
श्रोताओं, सहकार रेडियो के कार्यक्रम “बाल चौपाल” में आज आप सुनेंगे कहानी “आँगन में बातचीत” इसे अपनी आवाज़ दी है इलाहाबाद, उत्तर प्रदेश से रेडियो कलाकार साथी निहारिका ने | कहानी को हमने लिया है बाल बुलेटिन “अनुराग” से| ध्वनि सम्पादन किया है साथी शिल्पी ने| अपनी प्रतिक्रिया हमें यूट्यूब चैनल या फेसबुक पेज के कमेन्ट बॉक्स में ज़रूर दें|
Posted on: Jun 27, 2023. Tags: BALCHAUPAL SAHKAR RADIO STORY
पीडितो का रजिस्टर : आर्थिक सहायता दिलाने में मदद करें-
भानुप्रतापपुर, जिला-कांकेर, छत्तीसगढ़ से धर्मेन्द्र दुग्गा बता रहे हैं, उनका परिवार ग्राम सिवनी, जिला राजनांदगांव में रहता था| गाँव में उनकी किराने की दुकान थी, वर्ष 2007 में एक दिन अचानक पुलिस वाले उनके पिताजी को बुलाकर नक्सलियो को पकड़ने के लिये ले गये, उसी समय जंगल में पुलिस और नक्सलियो के बीच मुतभेड हो गयी, दोनों तरफ से गोलियां चली | गोली की आवाज सुनकर उनके पिताजी भाग रहे थे तभी अचानक पुलिस ने पिताजी को गोली मार दी| जिससे पिता जी वही पर घायल हो कर गिर गये| उनको उपचार के लिये रायपुर ले गये, इलाज के बावजूद भी वह पूरी तरह ठीक नहीं हुवे | सरकार से 10,000 की आर्थिक मदद मिली है| हमारे परिवार की आर्थिक हालत ठीक नहीं है| संपर्क नंबर@7489920498.
Posted on: Jun 27, 2023. Tags: CG DHARMENDRA DUGGA KANKER VICTIM REGISTER
सेवा में समर्पित सब दिन...गीत-
मालीघाट, मुजफ्फरपुर, बिहार से सुनील कुमार एक लोकगीत सुना रहे हैं:
सेवा में समर्पित सब दिन-
जेकराला पर बीती है-
सबसे सुंदर सबसे निर्मल-
वज्जिकांचल की धरती है-
मुजफ्फरपुर की लीची देखो जगत में मसहूर है...