तू इतनी दूर क्यों है मां... देशभक्ति गीत
भीम प्रसाद उत्तर प्रदेश से श्रोताओं को एक गीत सुना रहे हैं:
तू इतनी दूर क्यों है माँ,
बता नाराज है माँ,
मैं तेरा हूँ बुला ले तू,
गले फिर से लगा ले तू,
ओ माँ प्यारी माँ,
ओ माँ प्यारी माँ,
तेरे आँचल की छाया को,
मेरी नींदे तरसती हैं,
तेरी यादो के आँगन में,
मेरी आँखे बरसती हैं,
परेशान हो रहा हूँ मैं...
Posted on: Dec 03, 2022. Tags: BHIM DESHBHKTI PRSAD SONG UP
समय समय पर होत है समय समय की बात...देश भक्ति गीत
सुनील, जिला गोरखपुर, उत्तरप्रदेश से एक गीत सुना रहे हैं:
समय समय पर होत है
समय समय की बात
किसी समय का दिन बड़ा
किसी समय की रात
कभी किसी का दिन बड़ा
कभी किसी की रात
राम जन्म का दिन बड़ा
कृष्ण जन्म की रात
स्वयं दिखाई नही है देता
पर सब कुछ दिखलाता
अपना और पराया सबको
यही समय बतलाता
जिसके पास अधिक है उससे...
Posted on: Nov 30, 2022. Tags: DESHBHKTI GORKHPUR SONG UP
हिन्द देश के निवासी सभी जन एक हैं... देश भक्ति गीत
सुरेश कुमार बड़वानी मध्यप्रदेश से एक देश भक्ति गीत सुना रहे हैं:
हिन्द देश के निवासी सभी जन एक हैं
रंग रूप वेष भाषा चाहे अनेक हैं
हिन्द देश के निवासी सभी जन एक हैं
रंग रूप वेष भाषा चाहे अनेक हैं
बेला गुलाब चम्पा चमेली बिला
गुलाब जूही चम्पा चमेली
प्यारे-प्यारे फूल गुँथे मातृभूमि में एक हैं
प्यारे-प्यारे फूल गुँथे मातृभूमि में एक हैं
हिन्द देश के निवासी सभी जन एक हैं
रंग रूप वेष भाषा चाहे अनेक हैं...
Posted on: Nov 29, 2022. Tags: BADWANI DESHBHKTI KUMAR MP SONG SURESH
दे दी हमें आज़ादी बिना खड्ग बिना ढाल...गीत-
ग्राम-सुरनार, जिला-दंतेवाड़ा (छत्तीसगढ़) से गोपीनाथ मांडवी गीत सुना रहे हैं:
दे दी हमें आज़ादी बिना खड्ग बिना ढाल-
साबरमती के सन्त तूने कर दिया कमाल-
आँधी में भी जलती रही गाँधी तेरी मशाल-
धरती पे लड़ी तूने अजब ढंग की लड़ाई-
दागी न कहीं तोप न बंदूक चलाई-
दुश्मन के किले पर भी न की तूने चढ़ाई...
Posted on: Jun 01, 2022. Tags: CG DANTEWADA DESHBHKTI GOPINATH MANDAVI SONG SURNAR
मत कर तू अभिमान रे बन्दे झूठी तेरी शान रे मत कर तू अभिमान...देशभक्ति गीत-
ग्राम पंचायत-मऊँ, जिला-गांजीपुर (उत्तरप्रदेश) से महिमा यादव एक भजन गीत सुना रहे है:
मत कर तू अभिमान रे बन्दे झूठी तेरी शान रे मत कर तू अभिमान-
तेरे जैसे लाखो आये लाखो इस माटी ने खाये-
तेरे जैसे लाखो आये लाखो इस माटी ने खाये-
रहा न नाम निशान ओ बन्दे मत कर तू अभिमान-
मत कर तू अभिमान रे बन्दे झूठी तेरी शान रे मत कर तू अभिमान...