कब तक बोझ यूं ढोना है, कोरोना को रोना है...कोरोना पर कविता-
छत्तीसगढ़ राजनांदगांव से वीरेंद्र गन्धर्व कोरोना समस्या पर एक कविता सुना रहे हैं:
गाँव गली और शहर में शक-
पुरुषों के बीच शक-
महिलाओं के बीच शक-
ऐसा चलेगा कब तलक-
कब तक बोझ यूं ढोना है-
कोरोना को रोना है-
सर्दी खांसी ज्वर नहीं है-
सांस लेना दूभर नहीं है-
फिर भी दूरी निहित है-
हाथ मिलाकर गले लगाकर-
नहीं दिखाना प्रीत है...
Posted on: Jun 08, 2020. Tags: CORONA SONG RAJNANDGAON CG SONG VICTIMS REGISTER VIRENDRA GANDHRAV
राजमंड्री आंध्रप्रदेश में काम करने गए थे लॉकडाउन के कारण फंसे हुए हैं, घर वापस आना चाहते हैं...
राजमंड्री ,ईस्ट गोदावरी ,आंध्रप्रदेश से विनोद रेणु पड़ता बता रहे हैं कि वे राजमंड्री में काम करने गए थे लॉकडाउन के कारण फंसे हुए हैं ,भामरागढ़ जिला गढ़चिरोली महाराष्ट्र के रहने वाले हैं , वे घर जाना चाहते हैं लेकिन सुविधा नहीं हैं इसलिए सीजीनेट के साथियों से साधन दिलवाने में मदद की अपील कर रहे हैं | संपर्क नंबर @.9420463139 (168762)
Posted on: May 30, 2020. Tags: ANDHRA BHAMRAGAD GADCHIROLI MH PRADESH CORONA PROBLEM SONG VICTIMS REGISTER
डाक्टर नर्सो की महिमा बड़ी...कोरोना गीत-
राजनांदगांव (छत्तीसगढ़) से वीरेन्द्र गंधर्व आज के समय पर एक गीत सुना रहे हैं :
डाक्टर नर्सो की महिमा बड़ी-
चेक करलो घड़ी दो घड़ी-
ये तो सदियों से है एक माला-
सेवाओं की झोंके लड़ी-
चेक करलो घड़ी दो घड़ी-
मुक्ति रोगों से देने को ये-
योद्धा की भाति खड़े...
Posted on: May 27, 2020. Tags: CG CORONA SONG SONG VICTIMS REGISTER VIRENDRA GANDHRAV
Impact : लॉकडाउन में फंसे थे, किराये के मकान में रहते थे खाने में समस्या हो रही थी, अब खाना मिल गया है...
ग्राम-मलकापुरम, जिला-विशाखापट्टनम (आंध्रप्रदेश) से रंजीत सिंह बता रहे हैं, वे बिहार के रहने वाले हैं, 5 लोगो के साथ लॉकडाउन में फंसे हैं, किराये के मकान में रहते हैं, काम बंद होने से पैसे की व्यवस्था नहीं हो पा रही थी, जिससे खाने की समस्या हो रही थी और मकान का किराया देने को पैसे नहीं थे, मकान मालिक घर से निकालने के लिये बोल रहे थे, इसलिये वे परेशान थे, वे सीजीनेट श्रोताओं से मदद की अपील किये, अपील करने के कुछ दिन बाद समस्या का समाधान हो गया है इसलिए वे सीजीनेट के सुनने वाले साथियों को धन्यवाद दे रहे हैं| संपर्क नंबर / रंजीत सिंह@8962298066.
Posted on: May 09, 2020. Tags: ANDHRA PRADESH IMPACT STORY SONG VICTIMS REGISTER VISAKHAPATNAM
विजयवाड़ा से पैदल चलकर छत्तीसगढ़ बॉर्डर पहुंचे हैं, गढ़वा झारखंड तक पहुंचवाने में मदद करें...
आँध्रप्रदेश तेलंगाना और छत्तीसगढ़ के बॉर्डर कोंटा ( जिला सुकमा) (छत्तीसगढ़) से धरमदेव राम बता रहे हैं वे लोग अभी छत्तीसगढ़ और आंध्रप्रदेश की सीमा पर हैं वे 30 लोग हैं, विजयवाड़ा से चलकर वहां तक पहुंचे हैं, गढ़वा जिला झारखण्ड राज्य के निवासी हैं, वे लोग विजयवाड़ा में रोड कंस्ट्रक्शन के लिए झबली कांट्रेक्टर के पास काम करते थे पर कॉन्ट्रेक्टर ने किराया भी नहीं दिया | किसी तरह जंगल के रास्ते से कोंटा पहुंचे हैं जहां छत्तीसगढ़ प्रशासन ने उन्हें रोक लिया है कल से वे लोग खाने की व्यवस्था कर रहे हैं पर घर भेजने के लिए किसी गाड़ी की व्यवस्था नहीं कर पाए हैं | सभी 30 पुरुष साथी हैं और गढ़वा के बढिया, भानासपुर और कांदी प्रखंड से हैं उनका कहना है कि वे घर जाना चाहते हैं, इसलिये सीजीनेट के साथियों से अपील कर रहे हैं कि अधिकारियों से संपर्क कर घर पहुंचवाने की व्यवस्था कराने में मदद करें :
जितेंद्र राजवर@8919795583, धरमदेव राम@6202613253. (166605)