कई दिनो तक चूल्हा रोया, चक्की रही उदास...नागार्जुन की कविता
मालीघाट, जिला-मुजफ्फरपुर (बिहार) से सुनील कुमार नागार्जुन की एक कविता सुना रहे है:
कई दिनो तक चूल्हा रोया, चक्की रही उदास-
कई दिनों तक कानी कुतिया सोई उनके पास-
कई दिनों तक लगी भीत पर छिपकलियों की गश्त-
कई दिनों तक चूहों की भी हालत रही शिकस्त-
दाने आए घर के अंदर कई दिनों के बाद-
धुआँ उठा आँगन से ऊपर कई दिनों के बाद-
चमक उठी घर भर की आँखें कई दिनों के बाद-
कौए ने खुजलाई पाँखें कई दिनों के बाद...
Posted on: Feb 28, 2017. Tags: SONG SUNIL KUMAR VICTIMS REGISTER
शुभकामना मेरो ढ़ेरई शुभकामना, पवित्र यो दिल को मंगलमई कामना...नेपाली शुभकामना गीत
सुनील कुमार मालीघाट मुजफ्फरपुर बिहार से बधाई गीत नेपाली भाषा में सुना रहें हैं:
शुभकामना मेरो, ढ़ेरई शुभकामना-
पवित्र यो दिल को, मंगलमई कामना-
केनई दिन स्वच्छ रहुं, तिमिलाई उपहार-
लाए को छ: माया को अनमोल दिल को हार-
तिम्रा हरे पाईनमा, सफलता ले छाही रहोस-
नया रंग, बुकेर, नया बिहान आही रहोस-
बड़ी रहोस सुमंगल, पूरा हउनस सपना-
जब भी रहो जिंदगी, यहीं शुभकामना...
Posted on: Feb 27, 2017. Tags: SONG SUNIL KUMAR VICTIMS REGISTER
गलत सोचने पर सींग उग आने का वर: भोलेनाथ और पार्वती की कहानी-
कैलाश पर्वत पर भगवान भोलेनाथ पार्वती के साथ टहल रहे थे बातो ही बातो में पार्वती ने कहा हे प्रभु आप कोई ऐसा उपाय सोचे जो महिला गलत सोचे या कार्य करें तो उसके सर पर सींग उग आए. भगवान् भोलेनाथ मुस्कराए। एक बार महादेव ने इक्छा जाहिर की मुझे मछली खाने इच्छा है कृपया आप कहीं से मछली लेकर आये. पार्वती बाजार गई वहां मछली नहीं मिली। रास्ते में महादेव मछुवारे का भेष बदलकर मछली पकड रहे थे उसके पास पार्वती गई तो तो मछुआरे ने कहा कि वह उसी शर्त पर मछली देगा यदि वो उसकी बात मानेंगी इसपर पार्वती ने सोचा कि पता नहीं मछुआरा कौन सी गलत मांग कर बैठेगा। जैसे ही उन्होंने यह सोचा उनके सर पर सींग उग आया जिसे वे छुपा न सकीं और कहा प्रभु आपकी महिमा अपार है. सुनील@9308571702
Posted on: Feb 27, 2017. Tags: SONG SUNIL KUMAR VICTIMS REGISTER
तिनके चुनकर लाती चिड़िया, अपना नीड़ बनाती चिड़िया...बाल कविता
मालीघाट, जिला-मुजफ्फरपुर (बिहार) से सुदीक्षा आनंद एक बाल कविता सुना रही है:
तिनके चुनकर लाती चिड़िया, अपना नीड़ बनाती चिड़िया-
चाहे मुन्ना हो या मुनिया चाहे गुड्डा हो या गुडिया-
लड़की का गौरिया बनकर सबका मन बहलाती है-
इसको पिंजरे में मत डालो खुला छोड़कर इसको पालो...
Posted on: Feb 21, 2017. Tags: SONG SUNIL KUMAR VICTIMS REGISTER
जब तक रोटी के प्रश्नों पर रखा रहेगा भारी पत्थर...कविता
पारु, जिला-मुजफ्फरपुर (बिहार) से सुनील कुमार प्रिय एक कविता सुना रहे है:
जब तक रोटी के प्रश्नों पर रखा रहेगा भारी पत्थर-
खाओ मत कोई सजाना तुम मेरे गली में-
अगर कभी जो आना तुम धानो की बालियों में-
टपका हुआ पसीना ओस तो इसके बुँदे मोती है या नगीना...