जब तक रोटी के प्रश्नों पर रखा रहेगा भारी पत्थर...कविता
पारु, जिला-मुजफ्फरपुर (बिहार) से सुनील कुमार प्रिय एक कविता सुना रहे है:
जब तक रोटी के प्रश्नों पर रखा रहेगा भारी पत्थर-
खाओ मत कोई सजाना तुम मेरे गली में-
अगर कभी जो आना तुम धानो की बालियों में-
टपका हुआ पसीना ओस तो इसके बुँदे मोती है या नगीना...
Posted on: Feb 17, 2017. Tags: SONG SUNIL KUMAR PRIYA VICTIMS REGISTER
सुनो-सुनो ऐ भारतवासी बिहार की यह अमर कहानी...गीत
प्रगतिशील सांस्कृतिक मंच के द्वितीय सम्मेलन में युवा कवि सुनील कुमार प्रिय पारु, मुजफ्फरपुर से बिहार की अमर कहानी गीत में सुना रहे हैं:
सुनो-सुनो ऐ भारतवासी-
बिहार की यह अमर कहानी-
यह बिहार जो इतना धन्य है-
जहाँ बहता गंगा का पानी-
जहाँ विश्व में था प्रथम गणतंत्र-
यह वह भाग्यशाली राज्य है-
जहाँ भगवान गौतम ने ही-
सबसे पहले दि अपनी वाणी-
यह बिहार जो इतना धन्य है-
सबसे पहले महात्मा गाँधी ने-
आजादी की राह दिखाई थी-
जहाँ हुए थे सात शहीद-
यह वह कुर्बानो की धरती है...