फैला वायरस कोरोना बच के रहना...गीत-
जिला-राजनांदगांव (छत्तीसगढ़) से वीरेन्द्र गंधर्व एक स्वरचित गीत सुना रहे हैं:
बच के रहना हे लोगो बच के रहना-
फैला वायरस कोरोना बच के रहना-
ये तो वायरस है कोरोना चीन देश से आया-
सुरसा की ही भांति उसने फैलाई है काया-
पड़ा है जान से हांथ धोना बच के रहना-
शर्दी खांसी ज्वर के बहाने देंह के भीतर आया-
बच के रहना हे लोगो बच के रहना...
Posted on: Mar 12, 2020. Tags: CG RAJNANDGAON SONG VICTIMS REGISTER VIRENDRA GANDHARV
रोटी नहीं फिर भी खाई जाती है...पहेली-
राजनांदगांव (छत्तीसगढ़) से विरेन्द्र गंधर्व एक पहेली सुना रहे हैं:
रोटी नहीं फिर भी खाई जाती है-
रोटी नहीं फिर भी खाई जाती है-
कोई वस्तू नहीं फिर भी उठाई जाती है-
कोई वस्तू नहीं फिर भी उठाई जाती है-
माला नहीं है फिर भी डाल दी जाती है...
Posted on: Mar 10, 2020. Tags: CG RAJNANDGAON SONG VICTIMS REGISTER VIRENDRA GANDHARAV
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर संदेस
जिला-राजनंदगांव (छत्तीसगढ़) से वीरेन्द्र गंधर्व आज 8 मार्च को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर संदेस दे रहे हैं, महिला दिवस मनाने का तात्पर्य यह कि सभी महिलाओं को सामान अधिकार मिले और वे भी सम्मान पूर्वक समाज में जीवन यापन कर सकें, इस दिवस की शुरुआत 1909 में हुई थी, तब से आज तक मनाया जा रहा है, वे सभी महिलओं को बधाई देते हुई संदेश दे रहे हैं कि वे अपने आप को सवारे निखारे और सतत आगे बढ़ें |
Posted on: Mar 08, 2020. Tags: CG FESTIVAL RAJNANDGAON SONG VICTIMS REGISTER VIRENDRA GANDHARV
थॉमस अल्वा एडीसन और उनके अविष्कार...
राजनंदगांव (छत्तीसगढ़) से वीरेन्द्र गंधर्व थामस अल्वा एडीसन के बारे में बता रहे हैं, थामस अल्वा एडीसन ऐसे वैज्ञानिक थे जिन्हें बहुत कम सुनाई देता था, उन्होंने एक हजार यंत्रो का अविष्कार किया, जिनके माध्यम से सुना जाता है, दुनिया को गीत सुनाने का काम सबसे पहले उन्होंने ग्रामो फोन के माध्यम से किया, उसके बाद कई यंत्र बने, बिजली के बल्ब, माइक्रोफोन जैसी कई चीजों का अविष्कार एडीसन ने किया, जिसका आज हम उपयोग कर रहे हैं|
Posted on: Mar 02, 2020. Tags: CG RAJNANDGAON SONG STORY VICTIMS REGISTER VIRENDRA GANDHARV
आदिकाल से बसे आदिवासी...गीत-
राजनांदगांव (छत्तीसगढ़) से विरेन्द्र गंधर्व एक गीत सुना रहे हैं:
आदिकाल से बसे आदिवासी-
जंगल में मंगल मनाते हैं-
वन हि इनके सगे संबंधी-
इन पर बलि बलि जाते हैं-
स्वच्छ अनिल है, स्वच्छ सुनिल है-
स्वच्छ वातावरण है-
ऊँचे ऊँचे पेड़ घनेरे स्वच्छ पर्यावरण है...