अरे खोली द केवार माई चुनरी चढ़ावे द...देवी गीत
ग्राम-साहपुर, पोस्ट-चौथर, जिला-रीवा (मध्यप्रदेश) से विनीत कुमार यादव एक देवी गीत सुना रहे है:
अरे खोली द केवार माई चुनरी चढ़ावे द-
अपने मंदिरियाँ में ज्योत जलावे द-
अरे खोली द केवार माई चुनरी चढ़ावे द-
अबये माईयाँ के दर्शन दिखावा-
मनवा के लागल बाटे सरसा पुरावा-
सुनला पुकार दाई अर्जी ला गावे द-
खोली द केवार माई चुनरी चढ़ावे द...
Posted on: Oct 13, 2019. Tags: REWA MP SONG VICTIMS REGISTER VINIT KUMAR YADAV
भक्तिगीत : मैली चादर ओढ़ के कैसे द्वार तुम्हारे आऊँ मैं-
जिला-रीवा (मध्यप्रदेश) से विनीत कुमार यादव एक भक्ति गीत सुना रहे हैं:
मैली चादर ओढ़ के कैसे द्वार तुम्हारे आऊँ मैं-
हे पावन परमेश्वर मेरे मन ही मन सरमाऊँ मैं-
तूने हमको जग में भेजा देके निर्मल काया-
मैली चादर ओढ़ के कैसे द्वार तुम्हारे आऊँ मैं...
Posted on: Oct 03, 2019. Tags: SONG VICTIMS REGISTER VINIT KUMAR YADAV REWA MP SONG
देवी भक्ति गीत : मैया का घर प्यारा है, चरणों में मुझे रहना है...
ग्राम-सहपुर, पोस्ट-त्योंथर, तहसील-त्योंथर, जिला-रीवा (मध्यप्रदेश) से विनीत कुमार यादव देवी भक्ति गीत सुना रहा है:
मैया का घर प्यारा है-
चरणों में मुझे रहना है-
मैया से मुझे कहना है-
चरणों में मुझे कहना है-
तेरे दर जो आते है-
सारी खुशिया पाते है-
मैं भी दर पे आया हूँ-
चरणों में मुझे रहना है-
यादव को अपना न माँ-
चरणों में मुझे रहना है-
मैया का घर प्यारा है-
चरणों मुझे रहना है...
Posted on: Oct 01, 2019. Tags: SONG VICTIMS REGISTER VINIT KUMAR YADAV REWA MP SONG
भजन : एक मीरा एक राधा, दोनों ने श्याम को चाह..
ग्राम-साहपुर, पोस्ट-त्योथर तहसील-त्योथर, थाना-सोहागी, जिला-रीवा (मध्यप्रदेश) से विनीत कुमार यादव एक भजन सुना रहा है:
एक मीरा एक राधा-
दोनों ने श्याम को चाह-
अंतर क्या दोनों की प्रीत में बोलों-
एक प्रेम दीवानी, एक दर्श दीवानी-
एक मीरा एक राधा-
दोनों ने श्याम को चाह...
Posted on: Sep 28, 2019. Tags: SONG VICTIMS REGISTER VINIT KUMAR YADAV REWA MP SONG
ओ मईयां तूने का ठानी मन में... भक्ति गीत-
ग्राम-सहसपुर, तहसील-चौथर, थाना-सोहागी, जिला-रीवा (मध्यप्रदेश ) से विनीत कुमार यादव एक भक्ति गीत सुना रहे हैं:
ओ मईयां तूने का ठानी मन में-
राम सिया भेज दई रे वन में-
जन्म भरत तेरा ही जायो-
तेरी करनी देख लजायो-
अपना अवधपुर आप गवायो-
भरत की नजरन में-
राम सिया भेज दई वन में-
अकेले तूने का ठानी मन में-
महल छोड़ वंहा नही रे मढ़िया-
सिया सुकुमारी संग दो भईया-
ओ मईयां तूने का ठानी मन में-
राम सिया भेज दई रे वन में...