मैं केही जाय बताऊं...गीत-
डोंदर कालोनी, जिला-रीवा (मध्यप्रदेश) से रानी एक गीत सुना रही हैं :
अर र मोर घर में पड़ी समस्या-
मैं केही जाय बताऊँ-
सीजीनेट के भैया मेरा सन्देश सुनाओ-
उषा बहनी बनो सहारा, मैं के ही जाय बताऊँ-
मेरे घर के भीतर देखो, सुनसान पड़ा अंधेर-
अर र मोरे गांव में बिजली लगाओ-
मैं केही जाय बताऊँ...
Posted on: Feb 11, 2020. Tags: MP REWA SONG SUSHAMA VICTIMS REGISTER
मोरी घर में पड़ी समस्या मै केही जाय बताऊँ...समस्या गीत-
ग्राम-नोनारी, पंचायत-जतरी, जिला-रीवा (मध्यप्रदेश) से सुषमा एक समस्या गीत सुना रही हैं:
आरारा मोरी घर में पड़ी समस्या मै केही जाय बताऊँ-
सीजी नेट के भईया मेरा संदेश सुनाओ-
ऊषा बहिनी बनो सहारा मै केही जाय बताऊँ-
मेरे घर के भीतर देखो सुनसान पड़ा अँधेरा-
आरारा मोरे गाँव में बिजली लगाओ मै केही जाय बताऊँ-
बच्चो की शिक्षा अधूरी मिल पाये पांच पाओ मजदूरी-
आरारा मोरी घर में पड़ी समस्या मै केही जाय बताऊँ...
Posted on: Feb 09, 2020. Tags: MP REWA SONG SUSHAMA VICTIMS REGISTER
उठो-उठो मेरी प्यारी बन्नी खुशिया खूब मनाओ...बन्नी गीत-
ग्राम-मनारी, पंचायत-जतरी, जिला-रीवा (मध्यप्रदेश) से सुषमा एक बन्नी गीत सुना रही हैं:
उठो-उठो मेरी प्यारी बन्नी खुशिया खूब मनाओ तुम्हे क्या हो गया है-
ओ प्यारी बन्नी बेंदी तो भेजी तेरी सास ने ओ ओ-
बेंदी पहन लो माथे सजा लो बन्ना के घर जाओ-
ओ प्यारी बन्नी कुंडल तो भेजी तेरी सास ने ओ ओ-
कुंडल पहन लो कान सजा लो बन्ना के घर जाओ-
उठो-उठो मेरी प्यारी बन्नी खुशिया खूब मनाओ तुम्हे क्या हो गया है...
Posted on: Feb 08, 2020. Tags: MP REWA SONG SUSHAMA VARMA VICTIMS REGISTER
मेरे देश की धरती...गीत-
ग्राम-नमारी, पंचायत-जतरी, जिला-रीवा (मध्यप्रदेश) से सुषमा एक देशभक्ति गीत सुना रही है:
मेरे देश की धरती सोना उगले, उगले हीरे मोती-
मेरे देश की धरती-
बैलों के गले में जब घुंघरू जीवन का राग सुनाते हैं-
ग़म कोस दूर हो जाता है खुशियों के कंवल मुस्काते हैं-
यह बाग है नानक गौतम का खिलते हैं चमन के फूल यहाँ-
गांधी, सुभाष, टैगोर तिलक जैसे हैं चमन के फूल यहाँ...
Posted on: Feb 05, 2020. Tags: MP REWA SONG SUSHAMA VICTIMS REGISTER
लई लो प्रभु जी के नाम सबेरे उठी...बघेली गीत-
ग्राम-मनारी, पंचायत-जतरी, ब्लाक-जवा, जिला-रीवा (मध्यप्रदेश) से राजा एक गीत सुना रहे हैं:
लई लो प्रभु जी के नाम सबेरे उठी-
अरे केहू के दुवारी गंगा बहतू हैं-
केहू करइ अस्नान सबेरे उठी-
हरी राम के दुवारी गंगा बहतू हैं-
सीता करे स्नान सबेरे उठी-
लई ले प्रभु जी के नाम सबेरे उठी...