ये डलिया वाले पुदीना हरा दे जाओ...ददरिया गीत
सीजीनेट जन पत्रकारिता यात्रा ग्राम-देवरी, विकासखंड-जवा,जिला-रीवा (मध्यप्रदेश) में उमेश्वरी दुग्गा जी साथ अर्चना आदिवासी हैं जो एक ददरिया गीत गा रही हैं:
ये डलिया वाले पुदीना हरा दे जाओ-
ये डलिया बाले तेरी मुम्मी नही है-
ये डलिया बाले मेरी ससुर जी को ले जा-
ये डलिया बाले पुदीना हरा दे जा-
ये डलिया बाले तेरी भाभी नही है,
मेरी जेठी जी को ले जा-
ये डलिया बाले पुदीना हरा दे जा-
ये डलिया बाले तेरी बहना नही है-
नन्दजी को ले जाओ-
ये डलिया बाले पुदीना हरा दे जा...
Posted on: Jun 03, 2015. Tags: Archana Adivasi SONG VICTIMS REGISTER
मुंह सी के अब जी न पाऊँगी, ज़रा ये सबसे कह दो...
अर्चना गुप्ता, तहसील -राजिम , ब्लॉक – सिंघेश्वर, जिला-गरियाबंद, छत्तीसगढ़ से बालिका शिक्षा पर एक प्रेरक गीत गा रही हैं:
मुंह सी के अब जी न पाऊँगी, जरा ये सबसे कह दो
बाबा कहें बिटिया ! पढने न जाना
अपना मैं ज्ञान बढ़ाऊँगी, जरा ये सबसे कह दो
अम्मा कहें बिटिया ! शीश झुकाना
सर को मैं ऊंचा उठाऊंगी, जरा ये सबसे कह दो
मुंह सी के अब जी न पाऊँगी...
भईया कहें बहना ! चौखट न लाँघो
अब न गुलामी सह पाऊँगी, जरा ये सबसे कह दो
मुंह सी के अब जी न पाऊँगी...
दुनिया कहे मुनिया ! मन की न करना
अपने मैं सपने सजाऊँगी, जरा ये सबसे कह दो
मुंह सी के अब जी न पाऊँगी...
Posted on: Aug 19, 2014. Tags: Archana Gupta SONG VICTIMS REGISTER
Kajali song from Rewa Madhya Pradhesh...
Archana Yadav from Bitaul village in Rewa district in MP is singing a Kajali song.
जौने दिन सीता कहिरिसिरा माया बा हो न हो दिना ना थ
रामा हो गैबे ये रजिया ओ ही दिना ना
अपने महलिया से माया गोहरामय
सुना हो पूतना ना तू करती लेते दुसर बियहवा सुन हो पूतना
कैसे के रची माया दुसर बियहवा
ना ही हो भुलाया ना माया सीता के चुनरिया ना ही भुलाय ना
अपने महलिया से चाची गोहरामय सुने हो पूतना
तू कराती लेते दुसर बियहवा सुनहो पूतना
कैसे के रची चाची दुसर बियहवा नाही हो भुलाय ना
चाची सीता के सिंदुरवा नहीं हो भुलाय न
जौने दिन सीता कहिरिसिरा मनवा वो ही दिन ना
रामा हो गैबे ये रजिया वही हो दिन ना
Posted on: Jun 30, 2013. Tags: ARCHANA YADAV REWA
Hajuri folk song from Madhya Pradesh
Archna Yadav from MP is singing a Hajuri folk song. For more on the song please contact Archna Ji at 08226071933
Posted on: May 09, 2013. Tags: Archana Yadav
गंगा किनारे खडी सीता नयन जल ढारय हो...बघेलखंडी गीत
गंगा किनारे खडी सीता नयन जल ढारय नयन जल ढारय हो
रामा आन्शुया ने भींजला चुनरिया
आँचल मूख पोछे – आंचल मूख पोछय हो
इतना बचन सुनी गंगा सिया लगी पूछे – सिया से लगी पूछय हो
सीता केकर बारी दुलारी कवन दुःख रोयु कवन दुःख रोइब हो
राजा जनक जी के बेटी ससुर राजादशरथ ,ससुर राजा दशरथ हो
स्वामी हमरो जगत कर तार, चरण अनुगामी , चरण अनुगामिन हो
जाने कवन अवे गामा -पथय मोहि बनवा हो
रामा सिया के वियोगमाय रॉय
नयन-नयन जल बरसय,नयन जल बरसय हो