जहर खाना मगर दिल लगाना नहीं,हुस्न वालों की गलियों में जाना नहीं..गजल-
शिवा गुप्ता, ग्राम-नैनतरी, (उत्तरप्रदेश) से गजल सुना रहे हैं:
कौन कहता है हम इनके बिन मार जाएंगे हम तो दरिया हैं समुन्द्र मे उतर जाएंगे,
ओ तरस जाएंगे प्यार की एक बूँद के लिए पर हम तो बादल बन बरस जाएंगे किसी और के लिए ,
जहर खाना मगर दिल लगाना नहीं,हुस्न वालों की गलियों में जाना नहीं
ये नजर पर चढ़ा कर गिरा देती है,एक सपना समझकर भूला देते हैं
उनके कहने में बिल्कुल भी आना नहीं ,हुस्न वालों के गलियों में जाना नहीं
मीठे बाते सुनाकर फंसाती है ये जख्म देकर मुस्कुराती है ये| संपर्क नंबर@9760582477.