ले लौ हरि जी के नाम सुबेरे उठी,किसके द्वारे गंगा बहत है...
ग्राम-नवारी,पोस्ट-दोंदर,रीवा मध्य्प्रदेश से रानी बहन एक गीत सुना रहे हैं-
ले लौ हरि जी का नाम सुबेरे उठी-
किसके द्वारे गंगा बहत है-
के करै इसे नानी सुबेरे उठी-
ले लौ हरि जी का नाम सुबेरे उठी-
राम के द्वारे गंगा बहत है-
सीता करै स्नाने सुबेरे उठी...
Posted on: Feb 19, 2020. Tags: Rani Riwa SONG VICTIMS REGISTER 102647
हमारे स्कूल में 2 शिक्षक हैं, कोर्स पूरा नही होता,आवेदन किये लेकिन कारवाही नही हुई...मदद की अपील-
ग्राम पंचायत-सिलफिली, ब्लाक-प्रतापपुर, जिला-सूरजपुर (छत्तीसगढ़) से माध्यमिक शाला सिलफिली के विद्यार्थी बादल, आदित्य, शनि देवल, दयानंद, बालसाय और रवि सिंह बता रहे हैं, उनके स्कूल में तीन कक्षा और 80 बच्चे हैं, जिनको पढ़ाने के लिए 2 शिक्षक है, जिससे कोर्स पूरा नही हो पाता, समस्या के निराकरण के लिए उन्होंने संबंधित अधिकारियों के पास आवेदन किया, जिस पर अधिकारी चुनाव के बाद समस्या को हल कराने का आश्वासन दिए, लेकिन चुनाव के बाद भी कोई व्यवस्था नही हुई है, इसलिए वे सीजीनेट के सांथियो से अपील कर रहे हैं कि दिए गए नंबरों पर अधिकारियों से बात कर समस्या का निराकरण करने में मदद करें :
कलेक्टर@9826443377, शिक्षा विभाग अधिकारी@9406278336. संपर्क नंबर@6262322301.
Posted on: Oct 12, 2018. Tags: ) BADAL CG PROBLEM SONG SURAJPUR TEACHER VICTIMS REGISTER 102647
, ग्राम-भरदा, ब्लाक-प्रतापपुर, जिला-सूरजपुर (छत्तीसगढ़) से नान सिंह और अभिमंनू बता रहे हैं, कि उनका रा
, ग्राम-भरदा, ब्लाक-प्रतापपुर, जिला-सूरजपुर (छत्तीसगढ़) से नान सिंह और अभिमंनू बता रहे हैं, कि उनका राशनकार्ड नही बना है, जिससे राशन नही मिल पा रहा है, समस्या के निराकरण के लिए वे एक साल से अधिकारियों के पास आवेदन दे रहे हैं, लेकिन कोई सुनवाई नही हो रही है, इसलिए वे सीजीनेट के सांथियो से अपील कर रहे हैं, कि दिए गए नंबरो पर अधिकारियों से बात कर राशनकार्ड बनवाने में मदद करें : CEO@9165689001. संपर्क नंबर@6267774757.
Posted on: Oct 06, 2018. Tags: AACHAL CG LAL PROBLEM SONG SURAJPUR VICTIMS REGISTER SINGH 102647
ग्रामीण इलाकों में सरकारी रोजगार कार्यक्रमों का औचित्य...
ग्रामीण इलाकों में रहने वाले ज्यादातर गरीब लोग लोग अकुशल, दिहाड़ी,शारीरिक मजदूरी से मिलने वाली मजदूरी पर आश्रित रहते है| वे अकसर न्यूनतम साधनों से अपना गुजारा करते हैं और गहन गरीबी की निरंतल आशंका में जीते हैं| श्रम की अपर्याप्त मांग तथा प्राकृतिक आपदा अथवा बीमारी जैसे अनपेक्षित संकट,ये सभी उनके रोजगार अवसरों पर बहुत बुरा असर डालते हैं | विकसित और विकासशील देशों में गरीबी और बेरोजगारी से निपटने के लिए ऐसे रोजगार कार्यक्रम बहुत लंबे से काफी महत्वपूर्ण रहे हैं | इन कार्यक्रमों में सिचाई,वृक्षारोपण,जल संरक्षण एवं सड़क निर्माण जैसी सार्वजनिक परियोजनाओं में सीमित अवधि के लिए अकुशल शारीरिक श्रम मुहैया कराया जाता हैं |