भारतीय संविधान के शिल्पकार डाॅ० भीमराव अम्बेडकर के जन्मदिन के अवसर पर...
डाॅ० भीमराव अम्बेडकर का जन्म 14 अप्रैल 1891 को हुआ. डाॅ० अंबेडकर विश्व स्तर के भारतीय विधिवेत्ता, अर्थशास्त्री, राजनीतिज्ञ, समाजशास्त्री, मानवविज्ञानी, संविधानविद, लेखक, दार्शनिक, इतिहासकार, धर्मशास्त्री, वकील, विचारक, शिक्षाविद, प्रोफेसर, पत्रकार ,बोधिसत्व क्रांतिकारी, समाजसुधारक, भाषाविद, स्वतंत्रता सेनानी, बौद्ध धर्म के पुनरुत्थानवादी आंदोलनकारी एवं दलित शोषित नागरिक अधिकारों के संघर्ष के प्रमुख नेता थे. भारतीय संविधान के शिल्पकार डाॅ० अम्बेडकर बाबा साहेब के नाम से लोकप्रिय है जिसका मराठी में अर्थ होता हैं पिता। डाॅ० बाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर को आधुनिक भारत का निर्माता भी कहा जाता हैं. सुनील कुमार@9308571702
Posted on: Apr 14, 2017. Tags: SONG SUNIL KUMAR VICTIMS REGISTER
चलो गीत गाओ, चलो गीत गाओ...भवानी प्रसाद मिश्र की कविता
सुनील कुमार, भवानी प्रसाद मिश्र की एक कविता सुना रहे है, मिश्र उन गिने चुने कवियों में थे जो कविता को ही अपना धर्म मानते थे और आमजनों की बात उनकी भाषा में ही रखते थे:
चलो गीत गाओ ,चलो गीत गाओ-
कि गा गा के दुनिया को सर पर उठाओ-
अभागे की टोली अगर गा उठेगी-
तो दुनिया पे दहशत बड़ी छा उठेगी-
सुरा बेसुरा कुछ न सोचेंगे गाओं-
कि जैसा भी सुर पास में हैं चढ़ाओं...
Posted on: Apr 13, 2017. Tags: SONG SUNIL KUMAR VICTIMS REGISTER
आवो सब कोई मिल के नाचे...
मालीघाट, जिला-मुजफ्फरपुर (बिहार) से सुनील कुमार एक गीत सुना रहे हैं :
आवो सब कोई मिल के नाचे, मुजफ्फरपुर नाचे सब कोई नाचे-
शाहपुर नाचे वैशाली नाचे सिरहुत नाचे मधुबनी नाचे – छपरा नाचे सिवान नाचे चंपारन नाचे दतिया नाचे – भोजपुर नाचे भागलपुर नाचे कोसी नाचे – बेगुसराई नाचे समस्तीपुर नाचे पटना नाचे रायपुर नाचे रायगढ़ नाचे-
बैतूल नाचे कवरधा नाचे अनूपपुर नाचे...
Posted on: Apr 09, 2017. Tags: SONG SUNIL KUMAR VICTIMS REGISTER
बिगड़ल आदत सुधार लिहनी, नगद ना मिलल ता उधार लिहनी...भोजपुरी कविता -
मालीघाट, जिला-मुज्जफरपुर (बिहार) से सुनील कुमार एक भोजपुरी रचना सुना रहे है:
बिगड़ल आदत सुधार लिहनी-
नगद ना मिलल ता उधार लिहनी-
आपन जिनगी सवार लिह्नी-
प्यार न मिलल तो प्यार दिहनी-
देख के बढ़ल आगे दिया जला लिहनी-
ज्ञान बढ़ल ता आस के दिया जला लिहनी-
न बोलं कह के चिया धरा लिहनी-
दुःख में गला से गला मिला लिहनी-
अकेले में जाय बतिया लिहनी-
दोस्त पूछे ता गोल -गोल घुमा दिहनी-
बात के जवाब हम क दिहनी-
आख भर आये बर मन -मन समझा दिहनी-
खोज खबर औरो कहा लिह्नी-
तनी से बात पर ये जनदर का भूला दिहनी...
Posted on: Apr 07, 2017. Tags: SONG SUNIL KUMAR VICTIMS REGISTER
समझ में आय मेरी बात जवाब कहो...ग़ज़ल
मालीघाट, जिला-मुजफ्फरपुर (बिहार) से सुनील कुमार विजया भारती की एक रचना सुना रहे हैं:
समझ में आए मेरी बात जवाब कहो-
भली लगे तो कहो ठीक या ख़राब कहो-
तुम्हारी बात करते तो उम्र चल निकली-
सम्भालूँ कब तलक सूखे गुलाब कहो-
हर एक जफावो को देखा है पास बहोत-
मेरे वजूद जख्मो की एक किताब कहो-
शक्लो हुनर में हम भी किसी से कम तो नहीं...