बिगड़ल आदत सुधार लिहनी, नगद ना मिलल ता उधार लिहनी...भोजपुरी कविता -
मालीघाट, जिला-मुज्जफरपुर (बिहार) से सुनील कुमार एक भोजपुरी रचना सुना रहे है:
बिगड़ल आदत सुधार लिहनी-
नगद ना मिलल ता उधार लिहनी-
आपन जिनगी सवार लिह्नी-
प्यार न मिलल तो प्यार दिहनी-
देख के बढ़ल आगे दिया जला लिहनी-
ज्ञान बढ़ल ता आस के दिया जला लिहनी-
न बोलं कह के चिया धरा लिहनी-
दुःख में गला से गला मिला लिहनी-
अकेले में जाय बतिया लिहनी-
दोस्त पूछे ता गोल -गोल घुमा दिहनी-
बात के जवाब हम क दिहनी-
आख भर आये बर मन -मन समझा दिहनी-
खोज खबर औरो कहा लिह्नी-
तनी से बात पर ये जनदर का भूला दिहनी...