किसान स्वर: जहरीले रसायनो के अनियंत्रित प्रयोग के बीच टिकाऊ उत्पादन किसानों के लिए चुनौती...
सुनील कुमार किसानों के चुनौतियों के संबंध मे बता रहे हैं बिहार की 80 प्रतिशत जनसंख्या आज भी जीविकोपार्जन के लिए कृषि एवं कृषि आधारित गतिविधियों पर निर्भर रहती है, बिहार की जलवायु फसल फल-फूल एवं सब्जी उत्पादन हेतु अनुकूल है मेहनती, लगनशील किसान है, भूमि प्रदूषण रहित और उपजाऊ है, जल संसाधन है लेकिन इन सभी संसाधनों के बाद भी बिहार एक पिछड़े राज्य की सूची में है, इसका कारण उत्तरी बिहार के क्षेत्र में कभी बाढ़ तो कभी सूखा, जैसी प्राकृतिक आपदाओं का होना, बड़ी-बड़ी नदियों के बहाव जिनमें गंगा, गंडक, कोसी, बागमती, महानन्दा प्रमुख हैं, सांथ ही तरफ के जहरीले रसायनो के अनियंत्रित प्रयोग, भूजल, मृदा, जीव एवं प्रकृति प्रदूषण हो रहे हैं इस प्रकार यह किसानो के सामने एक चुनौती हैं...
Posted on: Dec 28, 2017. Tags: SONG SUNIL KUMAR VICTIMS REGISTER
वह कहता है उसको रोटी-कपड़ा चाहिए, बस इतना ही नहीं उसे न्याय भी चाहिए...कविता -
सुनील कुमार गोरख पांडे की कविता सुना रहे हैं :
वह कहता है उसको रोटी-कपड़ा चाहिए, बस इतना ही नहीं उसे न्याय भी चाहिए – इस पर से उसको सचमुच आजादी चाहिए उसको फांसी दे दो – वह कहता है उसे हमेशा काम चाहिए, सिर्फ काम ही नहीं काम का फल भी चाहिए – काम और फल पर बेरोक दखल भी चाहिए – वह कहता है कोरा भाषण नहीं चाहिए, झूठे वादे हिंसक शासन नहीं चाहिए – भूखे-नंगे लोगों की जलती छाती पर नकली जनतंत्री सिंहासन नहीं चाहिए – वह कहता है वह सबके साथ चलेगा, वह शोषण पर टिकी व्यवस्था को बदलेगा – किसी विदेशी ताकत से वह मिला हुआ है उसकी इस ग़द्दारी का फल तुरंत मिलेगा...
Posted on: Dec 28, 2017. Tags: SONG SUNIL KUMAR VICTIMS REGISTER
सच्चे गुरु की महिमा की कथा...
मक्खन साह लुबना नाम का एक बड़ा व्यापारी एक बार हजारों का माल लेकर जहाज से वापस लौट रहा था तभी अचानक समुद्र में तूफान आ गया, मक्खन साह सिक्ख गुरुओ में श्रद्धा रखते थे उन्होंने अपने डूबते जहाज को बचाने के लिए प्रार्थना किया और कहा मै 500 सोने के सिक्के भेट करूँगा, उसकी प्रार्थना स्वीकार हुई, जहाज बचकर सामान गोदाम तक पहुंच गया, मक्खन साह अपने वचन को पूरा करने के लिए वकाला पहुंचे वहां कई ढोंगी गुरु को बैठे देख वह असली गुरु को पहचान ना सका और सभी के पास जाकर दो दो सोने की मोहरे भेट करता गया. किसी ने बताया बाबा टेगा जी अँधेरी कोठरी में तपस्या में लीन रहते हैं मक्खन उनके पास जाकर 2 सोने के सिक्के लेकर भेट किया गुरु जी ने कहा 500 का वादा कर दो मोहरे भेट किये, जिससे असली गुरु की पहचान हो गई वह बहुत खुश हुआ...
Posted on: Dec 27, 2017. Tags: SONG SUNIL KUMAR VICTIMS REGISTER
दिन भर चाहे जहाँ रहियो हमार पिया...लोकगीत -
मालीघाट, जिला-मुजफ्फरपुर (बिहार) से सुनील कुमार एक लोकगीत सुना रहे है:
दिन भर चाहे जहाँ रहियो हमार पिया-
रात को घर चले अइयो हमार पिया-
आज के रतिया जो घर नहीं अइयो-
बोर बहे पछ्तइयो हमार पिया-
दिन भर चाहे जहाँ रहियो हमार पिया...
Posted on: Dec 26, 2017. Tags: SONG SUNIL KUMAR VICTIMS REGISTER
युग की जड़ता के खिलाफ एक इन्कलाब है...गीत-
मालीघाट, जिला-मुजफ्फरपुर (बिहार) से सुनील कुमार अशोक भार्गव की एक रचना सुना रहे है:
युग की जड़ता के खिलाफ एक इन्कलाब है-
हिन्द के जवानों का एक सुनहरा ख्वाब है-
भारतीय सांस्कृतिक क्रांति मानवीय सांस्कृतिक क्रांति-
विश्व में हमारी पहुँच बढ़ रही है आज पर-
दूर हो रहा है घर पडोसी का-
आदमी को आदमी के करीब लाएगी-
भारतीय सांस्कृतिक क्रांति मानवीय सांस्कृति क्रांति...